T-20: newdelhi/ बीते करीब एक दशक से क्रिकेट के सबसे छोटे और तेजतर्रार फॉर्मेट टी-20 की धूम है। फिर भले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) हो या टी-20 विश्वकप…क्रिकेट का यह छोटू फॉर्मेट दुनिया में सबसे ज्यादा देखने वाले स्पोर्ट्स इवेंट्स में से एक बन गया है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस लोकप्रिय फॉर्मेट की शुरुआत मजबूरी में हुई थी। दरअसल, दुनिया में खेला गया पहला टी-20 मैच योजनाबद्ध तरीके से नहीं, बल्कि बारिश की गड़बड़ी के कारण संभव हुआ था। यह हुआ था भारत और पाकिस्तान के एक मैच में। तब न तो दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड, न ही खिलाड़ियों को जानकारी थी कि असमय हुई बारिश के कारण वे एक अनजाना रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं।
किस्सा सन् 1989 का है। उस साल भारत की टीम टेस्ट व एक दिवसीय मैचों की सीरीज खेलने पाकिस्तान गई थी। वहां वन-डे सीरीज का पहला मैच पेशावर में खेला जाना था। चिरप्रतिद्वंदी देशों की टीमें होने के कारण स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। लोग स्टेडियम के बाहर भी थे। इधर, भारत सहित क्रिकेट खेलने वाले अन्य देशों में भी इस मैच को लेकर अलग ही रोमांच था क्योंकि यह भारत और पाकिस्तान, दोनों ही टीमों के लिए नाक का सवाल था। तय समय पर मैच शुरू हुआ और खचाखच भरे स्टेडियम में दर्शकों की उम्मीदें उफान पर आने लगीं।
मैच का रोमांच बढ़ने लगा, लेकिन तभी अचानक बारिश शुरू हो गई। यह सोचकर खेल रोक दिया गया कि जल्द ही बारिश थम जाएगी, मगर कुछ ही देर में यह इतनी बढ़ गई कि मैच रद्द करने की घोषणा की जाने लगी। इससे दर्शक क्रोधित हो गए और स्टेडियम में शोर व हंगामा होने लगा। संयोग से तभी बारिश थम गई और दर्शक मैच शुरू करने की मांग करने लगे।
जनदबाव के आगे निर्णायकों को झुकना पड़ा और मैच फिर शुरू करवाना पड़ा। किंतु चूंकि मैदान ऐसा नहीं था कि 50 ओवर खेले जा सकें, इसलिए मजबूरी में 20-20 ओवर का मैच हुआ। संयोग से यह दुनिया का पहला टी-20 मैच बन गया।