Bollywood, amjad khan did not have the money to discharge his wife and son from the hospital: digi desk/BHN/ मुंबई/ फिल्म शोले में गब्बर का किरदार निभाकर सभी के दिलों में छाप छोड़ने वाले अमजद खान को कौन नही जानता। हाल ही में दिवंगत अभिनेता के बेटे शादाब खान ने अपने पिता के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कुछ राज खोले। शादाब खान ने बताया कि उन्हें उनके पिता का लकी चार्म कहा जाता है। जिस दिन शादाब का जन्म हुआ था उसी दिन अमजद खान ने शोले फिल्म साइन की थी। एक इंटरव्यू के दौरान शादाब ने इन सभी बातों का खुलासा किया है। उन्होंने ये भी बताया उनके पिता के पास उनकी मां को हाॅस्पिटल से डिस्चार्ज करने तक के भी पैसे नहीं थे।
अजमद खान के पास नहीं थे पैसे
शादाब खान ने एक इंटरव्यू में अपने पिता के बारे में बात करते हुए कहा था कि ‘हां उनके पास पेमेंट करने के पैसे नहीं थे जिससे मेरी मां शहला को अस्पताल से छुट्टी मिल सकें, जहां मेरा जन्म हुआ था। मेरी मां रोने लगी थी क्योंकि मेरे पिता अस्पताल नहीं आ रहे थे, उन्हें अपना चेहरा दिखाने में शर्म आ रही थी। वहीं चेतन आनंद ने मेरे पिता को एक कोने में खड़े निराश देखा, उस समय उन्होंने उनकी फिल्म ‘हिंदुस्तान की कसम’ की थी। जिसके बाद चेतन आनंद ने मेरे पिता की मदद की और उन्हें 400 रुपये दिए जिससे मैं और मेरी मां घर आ सकें।’
अजमद खान की सिफारिश की थी सलीम खान ने
शादाब खान ने बातचीत में ‘शोले’ फिल्म की रिलीज़ से पहले की एक घटना को भी याद करते हुए कहा कि ‘जब शोले के लिए गब्बर सिंह का किरदार मेरे पिता को ऑफर किया गया था, तो सलीम खान साहब जो कि जावेद अख्तर के साथ फिल्म के लेखक थे उन्होंने मेरे पिता के नाम की सिफारिश रमेश सिप्पी से की थी। इस फिल्म की शूटिंग बैंगलोर एयरपोर्ट से 70 किलोमीटर दूर बाहरी इलाके में रामगढ़ में होनी थी। उन्होंने बैंगलोर जाने के लिए एक फ्लाइट ली थी और उस दिन इतना हंगामा हुआ कि फ्लाइट को 7 बार लैंड करवाना पड़ा। इन सबके बावजूद मेरे पिता फ्लाइट से नहीं उतरे क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं ये फिल्म उनके हाथ से न चले जाए।’