Lalitpur Rape Case: digi desk/BHN/ललितपुर/ ललितपुर रेप केस में आरोपी थाना प्रभारी (SHO) तिलकधारी सरोज को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया गया है। अब तक पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि ललितपुर जिले में 13 साल की किशोरी के साथ थाने में दुष्कर्म का आरोप है। पीड़िता की मां ने दर्ज शिकायत में आरोप लगाया है कि उसकी बेटी पिछली 27 अप्रैल को पाली थाने में मुकदमा दर्ज कराने गई थी। इसी दौरान बयान दर्ज कराने के बहाने थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज उसे अपने कमरे में ले गया और उससे दुष्कर्म किया। इस मामले में बलात्कार, अपहरण और आपराधिक साजिश के आरोपों और POCSO और अनुसूचित जाति-जनजाति कानून से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यसचिव और पुलिस महानिदेशक को ललितपुर जिले में हुई घटना के लिए पत्र लिखा है। इसके अलावा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) भी बुधवार को दुष्कर्म के मामले की जांच के लिए एक टीम तैनात करेगा। घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए राष्ट्री य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि मामले को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है।
अब तक क्या हुई कार्रवाई
ललितपुर दुष्कर्म कांड मामले में एडीजी ज़ोन भानु भास्कर ने पाली थाने के समस्त पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके साथ ही आरोपी थाना प्रभारी की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। पूरे मामले की जांच डीआईजी झांसी जोगेंद्र सिंह को सौंप दी गई है। डीआईजी 24 घंटे के अंदर अपनी पूरी रिपोर्ट एडीजी ज़ोन को सौपेंगे। इसमें आरोपी एसएचओ के अलावा अन्य अधिकारियों समेत एसपी की लापरवाही की भी जांच की जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद दोषी पाये गये पुलिसकर्मियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कैसे हुआ मामले का खुलासा
यह चौंकाने वाली जानकारी तब सामने आई जब पीड़िता ने एक सामाजिक संस्था को अपनी आपबीती सुनाई, जिसने पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मां के अनुसार, उनकी बेटी को 22 अप्रैल को चार लोगों को भोपाल ले जाया गया और वहां तीन दिनों तक उससे बलात्कार किया गया। उसके बाद इन लोगों ने नाबालिग को पाली पुलिस थाने में छोड़ दिया, जहां उसका फिर से यौन उत्पीड़न किया गया।