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Surya Grahan: साल का पहला सूर्यग्रहण शनिवार को, जाने समय, सावधानियां और सूतक काल

Surya Grahan 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण कल यानी शनिवार को लगने जा रहा है। यह ग्रहण 30 अप्रैल और 1 मई के बीच लगेगा। यह ग्रहण मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और सुबह 4 बजकर 8 मिनट तक रहेगा। जो कि आंशिक होगा। अगला यानी दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 को लगेगा। यह ग्रहण अमावस्‍या के दिन लग रहा है और इस दिन शनिवार भी है। शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्‍या को शनिचरी अमावस्‍या कहते हैं। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा और ना ही इसका सूतक काल माना जाएगा। धार्मिक मान्यता के मुताबिक जो ग्रहण जहां दिखाई नहीं देता, उसका असर भी वहां नहीं पड़ता है। भारत के किसी भी क्षेत्र में ये ग्रहण नहीं दिखेगा। इसलिए इस ग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं होगा।

जानिए क्या होता है सूर्य ग्रहण

खगोल शास्त्रियों के अनुसार जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो उस स्थिति में सूर्य ग्रहण होता है। ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य की रोशनी को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक देता है और उसकी रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती। जिस वजह से पृथ्वी पर अंधेरा छा जाता है। जिसे सूर्यग्रहण कहा जाता है।

सूर्य ग्रहण का समय

साल का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल 2022 को भारत के समयानुसार मध्यरात्रि को 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर सुबह 4 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। ये ग्रहण दक्षिण अमेरिका का दक्षिण-पश्चिमी भाग, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और दक्षिणी ध्रुव में दिखाई देगा।

सूर्य ग्रहण का सूतक काल

भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा। क्योंकि यह सूर्य ग्रहण भारत के समयानुसार मध्यरात्रि के बाद 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर सुबह 4 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस सूर्यग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, सूतक काल तो सूर्य ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले से लग जाता है। मान्यता है कि इस दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है।

सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या का साथ-साथ होना एक बड़ा संयोग

साल के पहले सूर्यग्रहण का दिन शनिवार को पड़ रहा है और इसी दिन अमावस्या यानी शनिश्चरी अमावस्या भी है। साथ ही एक दिन पहले अर्थात 29 अप्रैल को शनि देव राशि बदलकर स्वराशि कुंभ में गोचर करेंगे। सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या का साथ-साथ होना एक बड़ा संयोग है। इसका भारतीय ज्योतिष और ग्रह-नक्षत्रों में बड़ा प्रभाव बताया गया है।

ग्रहण के दौरान न करें यह काम

  • ग्रहण के दौरान नकारात्‍मक ऊर्जा बढ़ जाती है इसलिए इस समय कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए।
  • ग्रहण के दौरान सुई में धागा डालने की मनाही की गई है।
  • सूर्य ग्रहण के दौरान ना तो भोजन पकाएं, ना ही काटने-छीलने का काम करें और ना ही भोजन करें।
  • खासतौर पर गर्भवती महिलाएं इस दौरान चाकू-कैंची या किसी भी धारदार चीज का इस्‍तेमाल न करें, ना ही ये चीजें हाथ में लें।
  • ग्रहण के दौरान यात्रा करने से बचना चाहिए।

 

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