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सुगम्य भारत अभियान में दिव्यांगजनों को बराबरी के अवसर दिलाने के प्रयास
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सामाजिक अधिकारिता शिविर में 1504 सहायक उपकरणों का वितरण
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि सुगम्य भारत अभियान के तहत केंद्र और राज्य की सरकार दिव्यांगजनों को सामान्य की तरह सुगम वातावरण और बराबरी के अवसर दिलाने के प्रयास कर रही है। मोटराइज्ड और सामान्य ट्राईसिकिल दिव्यांगों के लिए आत्मनिर्भरता का माध्यम है। दिव्यांगजन आत्मनिर्भर बनकर ही परिवार, समाज और देश के लिए योगदान कर सकते हैं। केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार सोमवार को सतना जिला मुख्यालय में दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान करने आयोजित सामाजिक अधिकारिता शिविर को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद श्री गणेश सिंह ने की। शिविर में जिले भर के दिव्यांगजनों को 2 करोड़ 47 लाख 75 हजार रुपये मूल्य के 1504 सहायक उपकरण वितरित किए गए।
सामाजिक अधिकारिता शिविर में केंद्रीय मंत्री डॉ कुमार ने कहा कि दिव्यांगजनों को ट्राईसिकिल या मोटराइज्ड ट्राईसिकिल प्रदान करने पर दिव्यांग के चेहरे पर खुशी और जो भाव दिखते हैं, वही भाव आत्मनिर्भर भारत के हैं।
ट्राईसिकिल दिव्यांगों के लिए आत्मनिर्भरता का माध्यम
केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि ट्राईसिकिल दिव्यांगजनों के जीवन में विशेष उपहार लाती है। मोटराइज्ड ट्राईसिकिल तो उनकी छोटी-मोटी आजीविका को चलाने में भी मददगार होती है। केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि सुगम्य भारत अभियान के तहत मध्यप्रदेश के दिव्यांगजनों को बराबरी के अवसर दिलाने 9.73 करोड़ रुपए की राशि दी गई है। देश के 55 घरेलू हवाई अड्डों को बाधारहित सुगम्य बनाया गया है। 1100 भवनों में पहुंच को सुगम्य बनाया गया है। लगभग 8 हजार बसो में सुगम्यता की व्यवस्था की गई है। कौशल विकास योजना से दिव्यांगजनों को प्रशिक्षण और 31 हजार 32 दिव्यांग छात्रों को विशेष छात्रवृत्ति दी जा रही है। दिव्यांगजनों के छात्र जीवन में सुगम्यता लाने भारतीय सांकेतिक भाषा लिपि में रूपांतरित कक्षा 1 से 5 तक पुस्तकों को डिजिटल कराया गया है। आने वाले समय में कक्षा 6 से 12 तक की पुस्तकों में होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोटराइज्ड ट्राईसिकिल की रिपेयरिंग और सर्विस के लिए जिला मुख्यालय पर सर्विस सेंटर चलाने के लिए दिव्यांग को दिए जाएंगे।
दिव्यांगजनों की मदद और मोटराइज्ड ट्राईसिकिल बांटने का सर्वोच्च कार्य-सांसद गणेश सिंह
सांसद गणेश सिंह ने केंद्रीय मंत्री का आभार मानते हुए कहा कि सतना जिला देश का अग्रणी जिला है, जहां दिव्यांगजनों की मदद और मोटराइज्ड ट्राईसिकिल बांटने में सर्वोच्च कार्य हुआ है। सामाजिक अधिकारिता मेला में 416 मोटराइज्ड ट्राईसिकिल, 322 ट्राईसिकिल दिव्यांगजनों को उपहार देकर आज का दिन भी ऐतिहासिक बनने जा रहा है। सामाजिक अधिकारिता मेला में दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरण और स्व-रोजगार, स्वास्थ्य परीक्षण आदि सेवाओं की जानकारी देते हुए सांसद ने बताया कि पूरे जिले में वर्ष 2013 से मोटराइज्ड ट्राईसिकिल बांटने का काम शुरू हुआ। इसके साथ ही दिव्यांगों की सहायता के आंकलन परीक्षण के लिए विकासखंडवार शिविर लगाकर चिन्हांकन किया गया। उन्होंने बताया कि पूरे देश में लगभग 42 हजार मोटराइज्ड ट्राईसिकिल वितरित की गई है। जिनमें 735 जिलों के माने से अकेले सतना जिले में 1305 मोटराइज्ड ट्राईसिकिल वितरित की जा चुकी हैं।
जिले में बड़ी संख्या में दिव्यांगजनों को वितरित बैटरी युक्त मोटराइज्ड ट्राईसिकिल को देखते हुए सांसद श्री सिंह ने सतना, मैहर और चित्रकूट 3 पॉइंट पर एलिम्को कंपनी के रिपेयरिंग एवं सर्विस सेंटर खोलने की मांग की। सांसद श्री सिंह ने जिले में दिव्यांगों की संख्या को देखते हुए दिव्यांगजनों का एक राष्ट्रीय स्तर का संस्थान भी स्थापित करने का आग्रह केंद्रीय मंत्री से किया। प्रारंभ में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सामाजिक अधिकारिता शिविर की रूपरेखा एवं हितग्राहियों को बांटे जाने वाले हितलाभों की जानकारी में बताया कि एडिप योजना एवं कंपनियों के सीएसआर की मदद से 416 मोटराइज्ड ट्राईसिकिल एवं एलिम्को के सहयोग से 322 सहित कुल चिन्हित 1058 हितग्राहियों को 1504 सहायक उपकरण वितरित किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ कुमार और सांसद श्री सिंह ने मंच पर बुलाकर सांकेतिक रुप से 9 दिव्यांग हितग्राहियों को मोटराइज्ड ट्राईसिकिल, स्मार्ट केन सुगम्य, स्मार्टफोन, ब्रेल किट प्रदान किए। कार्यक्रम के प्रारंभ में दिव्यांग कन्याओं का पूजन कर शिविर का शुभारंभ किया। मूक बधिर विद्यालय के दिव्यांग छात्रों ने आकर्षक धुन पर बैंड वादन कर अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर जिला पंचायत प्रधान सुधा सिंह, सदस्य उमेश प्रताप सिंह, पूर्व महापौर विमला पांडेय, ममता पांडेय, जिलाध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार, रामदास मिश्रा, श्रीराम मिश्रा, डॉ शैला तिवारी, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष राधा मिश्रा, रमाकांत गौतम, सतीश सुखेजा, प्रशासनिक अधिकारियों में कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, उप संचालक सामाजिक न्याय सौरभ सिंह, एसडीएम सुरेश गुप्ता, तहसीलदार बीके मिश्रा, जनरल मैनेजर एलिम्को पीके दुबे, आइओसीएल के दीपक कुमार भी उपस्थित थे।