UP Elections 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में 12 जिलों की 61 विधानसभा सीटों के लिए रविवार सुबह 7 बजे से चल रहा मतदान संपन्न हो गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक शाम 5 बजे तक इन सीटों पर 53.98 फीसदी मतदान हुआ है। मैदान में उतरे प्रत्याशियों की संख्या 693 है, जिनमें 90 महिलाएं हैं। मतदाताओं की संख्या 2.25 करोड़ है। इनमें 1.20 करोड़ पुरुष, जबकि 1.05 करोड़ महिला और 1727 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं। सुबह 7 से जारी मतदान शाम 6 बजे तक होगा। पांचवें चरण में कुछ सीटों पर विशेष नजर है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित योगी सरकार के छह मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है तो इस चरण के रणक्षेत्र में कांग्रेस का पुराना गढ़ अमेठी भी है। देश-प्रदेश की राजनीति के केंद्र में रही अयोध्या में भी मतदान हो रहा है।
पांचवें चरण में ये दिग्गज मैदान में
केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी के सिराथू से चुनाव लड़ रहे हैं, जिनका रास्ता रोकने के लिए जातीय समीकरणों को देखते हुए सपा ने अपने चुनाव चिन्ह पर गठबंधन सहयोगी अपना दल कमेरावादी की पल्लवी पटेल को उतारा है। वह भाजपा गठबंधन में शामिल अपना दल (एस) की अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन हैं। अनुप्रिया यहां भाजपा प्रत्याशी की जीत के लिए चुनाव प्रचार भी कर चुकी हैं।
वहीं, अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल अपना दल कमेरावादी प्रत्याशी के रूप में प्रतापगढ़ सदर से चुनाव मैदान में हैं। प्रतापगढ़ की पट्टी सीट से ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिह उर्फ मोती, इलाहाबाद पश्चिम से एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिह, इलाहाबाद दक्षिण से अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंदगोपाल नंदी, गोंडा के मनकापुर विधानसभा क्षेत्र से समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री तो चित्रकूट सदर से लोक कल्याण विभाग के राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ताल ठोंक रहे हैं।
इन मंत्रियों के अलावा भी कुछ चर्चित चेहरे हैं। मसलन, कुंडा से मैदान में डटे रघुराज प्रताप सिह और रामपुर खास सीट से कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा “मोना”। अमेठी में कांग्रेस के लिए राह आसान नहीं है, क्योंकि कांग्रेस की केंद्र सरकार में मंत्री रहे डा. संजय सिह इस बार भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं।
2017 में चली थी प्रचंड मोदी लहर
2017 की मोदी लहर में इस चरण की 61 सीटों में भाजपा ने 51 पर जीत का परचम लहराया था तो सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) को भी दो सीटों पर विजय मिली। सपा पांच पर सिमटी रह गई तो कांग्रेस का प्रदर्शन निर्दलीय प्रत्याशियों से भी खराब रहा। निर्दलीय दो जीते, जबकि कांग्रेस को एक सीट पर संतोष करना पड़ा। बसपा तो खाता भी नहीं खोल सकी थी।
23 विधानसभा सीटें संवेदनशील
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि 23 विधानसभा क्षेत्र संवेदनशील श्रेणी में रखे गए हैं। इनमें फाफामऊ, सोरांव, फूलपुर, हंडिया, मेजा, करछना, इलाहाबाद पश्चिम, इलाहाबाद दक्षिण, रामपुर खास, पट्टी, कुंडा, बाबागंज, सिराथू, मंझनपुर, गोसाईंगंज, कुर्सी, रामनगर, दरियाबाद, इसौली, लम्भुआ, महसी, पयागपुर और कैसरगंज शामिल हैं। 4547 मतदेय स्थलों को क्रिटिकल माना गया है।
इन 12 जिलों में हुआ मतदान
- – अमेठी
- – रायबरेली
- – सुलतानपुर
- – चित्रकूट
- – प्रतापगढ़
- – कौशांबी
- – प्रयागराज
- – बाराबंकी
- – अयोध्या
- – बहराइच
- – श्रावस्ती
- – गोंडा