Firing begins in ukraine india considering return free tickets to indian students trapped amid fears of war: digi desk/BHN/यूक्रेन/ रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। भारत की सबसे बड़ी चिंता वहां फंसे भारतीय छात्र हैं। इस बीच, भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने छात्रों को अनुदान या एक बार के लिए मुफ्त टिकट देने की मांग केंद्र सरकार से की है। उन्होंने ट्वीट किया कि टिकट काफी महंगे हैं, इसलिए एक बार यह सुविधा दी जानी चाहिए। इसका जवाब देते हुए केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वह इस मामले को अवश्य विचार करेंगे। गुरुवार सुबह यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित विद्रोहियों के बीच गोलाबारी हुई। इन विद्रोहियों का रूस से सटे यूक्रेन के इलाके पर कब्जा है। माना जा रहा है कि रूस और यूक्रेन में युद्ध छिड़ने पर विद्रोही भी यूक्रेनी सेना पर हमले करेंगे। पश्चिमी देशों के विशेषज्ञों के अनुसार ताजा गोलाबारी युद्ध का माहौल बनाने की रूस की रणनीति का हिस्सा है। इसी माहौल में वह यूक्रेन पर हमला कर सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इसे भड़कावे की बड़ी कार्रवाई बताया है। जबकि रूस ने हालात पर चिंता जताई है और बाइडन के ताजा बयान की निंदा की है। कहा है कि पश्चिम देश क्षेत्र में युद्ध का उन्माद पैदा कर रहे हैं।
हर हलचल पर अमेरिका की नजर
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि यूक्रेन सीमा पर हो रही प्रत्येक गतिविधि से जल्द युद्ध छिड़ने का संकेत मिल रहा है। रूस हमले को लेकर हर तरह की तैयारी कर रहा है। अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने कहा है कि यूक्रेन सीमा पर रूसी सेना अपनी तैयारियां बढ़ा रही है। पहले की तुलना में वहां पर ज्यादा बख्तरबंद गाड़ियां, अटैक हेलीकाप्टर और फील्ड हास्पिटल देखे जा रहे हैं। करीब सात हजार ज्यादा सैनिक भी सीमा के नजदीक देखे गए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि हम यूक्रेन सीमा पर नजर रखे हुए हैं। वहां पर रूस की तैनाती कम होने के कोई सुबूत नहीं है। रूस के नजदीक स्थित नाटो के सदस्य देश एस्टोनिया ने कहा है कि रूसी सेना के दस हमलावर दस्ते यूक्रेन की सीमा के नजदीक पहुंच गए हैं। एस्टोनिया के खुफिया मामलों के प्रमुख मिक मारन ने दावा किया है कि यूक्रेन की सीमाओं पर करीब 1,70,000 रूसी सैनिक मौजूद हैं। हमले की स्थिति में शुुरुआत मिसाइल हमले, बमबारी और उसके बाद महत्वपूर्ण स्थानों पर कब्जे से होगी।