By Election Result live 2020: भोपाल/ 28 विधानसभा क्षेत्रों में हुए चुनाव के प्रारंभिक रुझान से भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार जहां मजबूत होती दिखाई पड़ रही है। वहीं कांग्रेस और कमल नाथ को झटका लगने की सम्भावना बन रही है। लगभग पांच राउंड की मतगणना के बाद भाजपा 18 , कांग्रेस 9 और बसपा एक सीट पर आगे चल रही है। यही ट्रेंड बरकरार रहा तो भाजपा दो तिहाई सीटों को कांग्रेस से छीन सकती है। बम्पर मतदान के रुझान को देखा जाए तो ग्वालियर और चंबल इलाके को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। चुनावी रुझान यही रहे तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो मजबूत होंगे लेकिन राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने ही गढ़ में कमजोर हो सकते हैं।
मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर कराए गए उपचुनाव की मतगणना चल रही है। मतगणना सुबह आठ बजे से 19 जिला मुख्यालयों पर की जा रही है। आरंभिक रुझानों में भाजपा के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। फिर चला प्रदेश में कमल फूल का जादू। पंजा छोड़कर फूल छाप हुए नेता अधिकतर सीट पर आगे चल रहे हैं। प्रदेश में अनेक स्थानों पर चौंकाने वाले परिणाम आ सकते हैं। दिन चढ़ने के साथ काउंटिंग में भी तेजी आ गई है।
आगर विधानसभा में कांग्रेस से आगे निकली भाजपा । मनोज ऊंटवाल को अब तक मिले 6816 वोट। कांग्रेस के विपिन वानखेड़े 6720 मतों के साथ दूसरे स्थान पर। सागर की सुरखी विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के गोविंद सिंह राजपूत को 9809 मत प्राप्त हुए हैं। जबकि, कांग्रेस की पारुल साहू को 4291 मत अब तक मिले हैं।
अंबाह विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के सत्य प्रकाश सखवार 2895 मत लेकर भाजपा के कमलेश जाटव से आगे। जाटव को 2364 मत मिले।अशोकनगर से भाजपा के जजपाल सिंह जज्जी को 3729 और कांग्रेस की आशा दोहरे को 2868 मत मिले हैं। अभी तक हुई मतगणना के अनुसार भारतीय जनता पार्टी 13 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, कांग्रेस 8 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं । बहुजन समाज पार्टी एक सीट पर प्रतिद्वंदी से आगे चल रही है।
अनूपपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बिसाहूलाल सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह से 1935 मतों से आगे चल रहे हैं। दूसरे चरण की मतगणना चालू है। अभी तक भाजपा को 5085 मत प्राप्त हुए। वहीं निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह को 3150 मत प्राप्त हुए हैं।
बदनावर में भाजपा के राजवर्धन सिंह दत्तीगांव को 16559 मत मिले हैं। जबकि, कांग्रेस के कमल सिंह पटेल को 8225 मत प्राप्त हुए हैं। भांडेर विधानसभा क्षेत्र के पहले चक्र के नतीजे अब तक चुनाव आयोग की वेबसाइट में अपडेट नहीं हुए हैं। दिमनी विधानसभा में कांग्रेस के रविंद्र सिंह तोमर 6266 मत लेकर भाजपा के गिर्राज दंडोतिया (3372) से आगे चल रहे हैं।भिंड की गोहद विधानसभा से कांग्रेस के मेवाराम जाटव को 4946 मतों के साथ भारतीय जनता पार्टी के रणवीर जाटव (4022) से आगे चल रहे हैं।
इमरती देवी को भरोसा
डबरा विधानसभा की भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी का मानना है कि वह इस चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी से 20000 मतों से भी ज्यादा बढ़त लेकर विजय होंगी। उन्होंने कहा कि उन्हें अचल नाथ भगवान और अपने देवी देवताओं पर भरोसा है कि उनके आशीर्वाद से वे इस चुनाव में भारी बहुमत से विजयी होंगी।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह के संसदीय क्षेत्र में निराशा
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह के संसदीय क्षेत्र और चंबल की राजधानी कहे जाने वाले मुरैना की पांच सीटों में से चार पर भाजपा को निराशा। मंत्री एदल सिंह कंषाना भी पिछड़े। मुरैना सिटी से बहुजन समाज पार्टी आगे है। शिवपुरी-पोहरी विधानसभा से बसपा के कैलाश कुशवाह आगे, कांग्रेस दूसरे नम्बर पर। करैरा में 1100 से कांग्रेस आगे।
अभी तुलसीराम सिलावट, प्रदुम्न सिंह तोमर, बिसाहूलाल, गोविंद राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रदुम्न सिंह लोधी, मुन्नालाल गोयल के साथ ही इमरती देवी, फूल सिंह बरैया और हरदीप सिंह डंग आगे चल रहे हैं।
डबरा से मंत्री इमरती देवी 323 वोटों से आगे हैं। पहले राउंड की मतगणना लगभग पूरी हो चुकी है। कमल नाथ के आइटम बयान के बाद सबसे ज्यादा हॉट सीट है डबरा।
सुरखी सीट पर 3093 वोटों से पहले राउंड में गोविन्द सिंह राजपूत आगे हैं जबकि पहले राउंड के बाद ब्यावरा से बीजेपी उम्मीदवार नारायण सिंह पंवार 1000 वोट से आगे हैं। हाटपीपलिया के पहले राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी राजवीर सिंह बघेल 1171 वोटों से आगे हैं जबकि दिग्विजय सिंह के गढ़ राजगढ़ में भी कांग्रेस पीछे है।
12 मौजूदा मंत्रियों का भविष्य दांव पर
ईवीएम के साथ ही डाक मतपत्र गिने जाएंगे। इस बार 27 हजार उन मतदाताओं ने डाक मतपत्रों से मताधिकार का उपयोग किया जो 80 साल से अधिक आयु, निशक्तजन या कोरोना संक्रमित या संदिग्ध थे। इस उपचुनाव में 12 मौजूदा मंत्रियों का भविष्य दांव पर है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए 22 विधायकों में से 12 इस समय सरकार में मंत्री हैं, दो पूर्व मंत्री भी मैदान में हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के चुनाव काफी महत्वपूर्ण बन गए हैं।
16 सालों में 31 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए
मध्य प्रदेश में 2003 के विधानसभा चुनाव के बाद से 16 सालों में 31 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए पर यह पहला मौका है, जब एक साथ 28 सीटों के उपचुनाव सत्ता का भविष्य तय करेंगे।
उपचुनाव से जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कुर्सी का भविष्य तय होगा तो वहीं राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का सियासी कद भी आज आने वाले नतीजों से तय हो जाएगा। भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ये उपचुनाव आसान नहीं है। अब तक के उपचुनाव के परिणामों पर नजर दौड़ाएं तो भाजपा 19 और कांग्रेस 11 सीटों पर विजयी रही है। एक सीट पर समाजवादी पार्टी भी उपचुनाव जीती थी।