Saturday , July 6 2024
Breaking News

कृषि विभाग ने किसानों को दी नरवाई न जलाने की सलाह

नरवाई जलाने से नष्ट होती है मिट्टी की उर्वरक क्षमता
नरवाई का उपयोग कर जैविक खाद भू-नाडेप, वर्मी कम्पोस्ट बनायें

सतना,भास्कर हिंदी न्यूज/ कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों को फसल काटने के बाद बचे हुए अवशेष (नरवाई) नहीं जलाने की सलाह दी गई है। नरवाई जलाने से एक ओर जहां खेतों में अग्नि दुर्घटना की संभावना रहती है वहीं मिट्टी की उर्वरकता पर भी विपरीत असर पड़ता है। इसके साथ ही धुएँ से कार्बन-डाय-आक्साइड से तापक्रम बढता है और वायु प्रदूषण भी होता है।
मिट्टी की उर्वरा परत लगभग 6 इंच की ऊपरी सतह पर ही होती है इसमें खेती के लिए लाभदायक मित्र जीवाणु उपस्थित रहते हैं। नरवाई जलाने से यह नष्ट हो जाते हैं, जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति को नुकसान होता है। नरवाई जलाने की बजाए यदि फसल अवशेषों और डंठलो को एकत्र कर जैविक खाद जैसे भू-नाडेप, वर्मी कम्पोस्ट आदि बनाने में उपयोग किया जाए तो यह बहुत जल्दी सड़कर पोषक तत्वों से भरपूर खाद बना सकते है। इसके अतिरिक्त खेत में कल्टीवेटर, रोटावेटर या डिस्क हेरो की सहायता से फसल अवशेषों को भूमि में मिलाने से आने वाली फसलों में जीवांश के रूप में बचत की जा सकती है।

About rishi pandit

Check Also

Satna: जिले में अब तक 107.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले में इस वर्ष 1 जून से 4 जुलाई 2024 तक 107.8 …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *