सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ इंदिरा गांधी शासकीय स्वसायी स्नातकोत्तर महाविद्यालय (पीजी कॉलेज) में एमकाम तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान एक मुस्लिम छात्रा हिजाब पहनकर पहुंच गई। इसके बाद प्रवेश द्वार पर खड़े चेकिंग दस्ते के अधिकारी व प्रभारी प्राचार्य ने उसे रोक दिया और हिजाब पर आपत्ति जताई। इसके बाद छात्रा से प्रवेश पर पर माफीनामा लिखवाया गया कि वह अगली परीक्षा में ड्रेस पहनकर आएगी तब उसे परीक्षा देने मिलेगी।
यह घटना शु्क्रवार सुबह 8.45 की है जब प्रथम पाली में महाविद्यालय की परीक्षा आयोजित हो रही थी। बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त मौके पर मौजूद एक छात्र के साथ आए युवक ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया और उसे इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दिया। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।
कुछ छात्रों ने उठाई थी आपत्ति
बताया जा रहा है कि मौके पर जब छात्रा हिजाब पहनकर आई थी तो कुछ छात्रों ने इस पर आपत्ति जताई थी जिसके बाद प्रभारी प्राचार्य डॉ. शिवेश प्रताप सिंह ने छात्रा को अपने पास बुलाकर उसे समझाइश दी और अगली परीक्षा में हिजाब पहनकर नहीं आने की हिदायत देते हुए माफीनामा लिखवाया। वहीं इस पूरे मामले में प्रभारी प्राचार्य ने किसी की आपत्ति को खारिज कर देते हुए इसे सामान्य बात बताई है। छात्रा का नाम रुखसाना बेगम बताया गया है जो कि एमकाम तृतीय सेमेस्टर की छात्रा है।
इनका कहना है
शासकीय पीजी कालेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. शिवेश प्रताप सिंह ने बताया कि उन्हें नहीं मालूम था कि यह घटना इतना बड़ा तूल ले लेगी। उन्होंने सामान्य तौर पर महाविद्यालय में आने वाले सभी छात्रों की भांति इस छात्रा को भी ड्रेस पहनकर परीक्षा देने आने कहा था। प्रभारी प्राचार्य का कहना था कि परीक्षा हाल में प्रवेश द्वार पर पर्यवेक्षक के रूप में उनके अलावा, डॉ. नीरजा खरे, डॉ. प्रमोद चमड़िया, डॉ. हीरालाल प्रजापति, डॉ. एनके भगत भी खड़े थे जो सभी की चेकिंग करवा रहे थे। तभी परीक्षा के 10 मिनट ही शेष रह गए थे कि छात्रा हिजाब पहनकर आई जिसे मात्र मना किया गया कि अगली परीक्षा में वह ड्रेस पहनकर आए। इसके लिए प्रवेश पत्र में उससे लिखवाया गया कि वह अगली परीक्षा में ड्रेस पहनकर आएगी तभी उसे प्रवेश मिलेगा। उन्होंने बताया कि मौके पर एक छात्र और उसका साथी भी खड़ा था जिसने यह पूरा घटनाक्रम अपने मोबाइल में कैद कर लिया और वायरल कर दिया।