Diwali Celebration 2020:रायपुर/ सभी जगहों पर दिवाली 14 और 15 नवंबर को मनाया जाएगा, लेकिन सेमरा सी में आठ नवंबर यानी रविवार को धूमधाम से लक्ष्मी की पूजा की गई, वहीं सोमवार को गोवर्धन पूजा मनाया जाएगा, जिसमें शामिल होने के लिए सभी के घरों में मेहमान पहुंच चुके हैं। रविवार को गांव के लोगों ने बड़े उत्साह के साथ अपने-अपने घरों में लक्ष्मीजी की पूजा-अर्चना की।
उल्लेखनीय है कि हिंदू धर्म में पर्वों का बहुत महत्व है। यहां हर पर्व को मनाने का कोई ना कोई कारण है। इन त्योहारों में दिवाली, होली, हरेली, पोला, तीज महत्वपूर्ण है। इन सभी त्योहारों को निर्धारित तिथि में ही मनाते हैं, लेकिन धमतरी जिले के अंतिम छोर में बसे और बालोद जिले से सटे ग्राम सेमरा सी इन सबसे जुदा है। यहां एक अनोखी परंपरा है, जो अब भी कायम है। इस गांव में हरेली, पोला, होली, दिवाली को निर्धारित तिथि से एक हफ्ते पहले मनाते हैं। इस वर्ष भी दिवाली का पर्व यहां एक हफ्ते पूर्व मनाया जा रहा है।
यह है कहानी
ग्रामीणों के अनुसार, यहां त्योहारों को मनाने की अनूठी परंपरा चल रही है, उसे अभी अब भी कायम रखा हुआ है। लोगों के अनुसार, सिरदार देव यहां के आराध्य देवता हैं। ऐसा माना जाता है कि सालों पहले यहां के एक बैगा को सपना आया था, जिसमें सिरदार देव उन्हें आकर कहते हैं कि हरेली, पोला, होली और दिवाली को निर्धारित तिथि की बजाय एक हफ्ते पहले मनाएं।
हालांकि, उस बैगा ने इस सपने को अनसुना कर दिया और निर्धारित तिथि में ही इन त्योहारों को लोग मनाते रहे। हर बार त्योहार को मनाने के बाद गांव में अनहोनी की घटनाएं होने लगी। बैगा को आए सपने की जानकारी ग्रामीणों को जब हुई, तो गांव में एक बैठक बुलाकर निर्धारित तिथि से एक हफ्ते पहले इन चारों त्योहारों को मनाने की परंपरा शुरू की गई। यह रिवाज अब भी जारी है।