Dhanteras 2020 Special:ujjain/ कार्तिक मास की त्रयोदशी से दीपपर्व का आरंभ होगा। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार धनतेरस पर आयुष्मान योग रहेगा। इस योग में आरोग्यता के लिए भगवान धन्वंतरी का पूजन विशेष फलदायी है। मृदु तथा मित्र संज्ञक नक्षत्र की साक्षी में सोना, चांदी तथा बर्तनों की खरीदी शुभ रहेगी। ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार धनतेरस शुक्रवार के दिन चित्रा नक्षत्र, आयुष्मान योग तथा तुला राशि के चंद्रमा की साक्षी में आ रही है। इस दिन आयुर्वेद के अधिष्ठात्र देव भगवान धन्वंतरी का प्राकट्य हुआ था। स्वास्थ्य को सर्वोत्तम धन माना गया है। इसलिए इस दिन आयु व आरोग्यता के लिए भगवान धन्वंतरी के पूजन का विधान है। इस बार आयुष्मान योग की साक्षी में धन्वंतरी का पूजन आरोग्यता प्रदान करने वाला माना गया है। भौतिक जगत में कीमती धातु, भूमि, भवन, वाहन, गृह उपयोग में आने वाली वस्तुओं आदि को धन की संज्ञा दी गई है। इनकी खरीदी के लिए धनतेरस पर विशेष शुरू से होती है। इनकी खरीदी भी इस धनतेरस विशेष शुभ मानी जा रही है। वजह इस दिन मृदु तथा मित्र संज्ञक नक्षत्र मौजूद रहेगा। इस नक्षत्र में सोना, चांदी, पात्र आदि की खरीदी करना श्रेयष्कर रहेगा।
धनतेरस पर आयुर्वेद के अधिष्ठात्र देव धन्वंतरी तथा धन के अधिष्ठात्र देव कुबेर का पूजन किया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में कुबेर देवता की अति प्राचीन मूर्ति विद्यमान है। धनतेरस पर भक्त कुबेर देवता के दर्शन व पूजन के लिए उमड़ते हैं। पर्व विशेष पर भगवान कुबेर का विशेष श्र्ाृंगार होगा।
यहां भी पूजन
धनतेरस पर मंगलनाथ मार्ग स्थित आयुर्वेदिक कॉलेज तथा गोपाल मंदिर पुराना नगर निगम कार्यालय स्थित केंद्रीय आयुर्वेद औषधालय में भगवान धन्वंतरी का पूजन किया जाएगा। सुबह 10 बजे निगम अधिकारियों की मौजूदगी में आयुर्वेद की अधिष्ठात्र देव की पूजा अर्चना की जाएगी। शहर के आयुर्वेदिक दवा स्टोर पर भी पूजा अर्चना होगी।