Sheena Bora Murder case: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ करीब एक दशक बाद हाई प्रोफाइल शीना बोरा मर्डर केस में नया मोड़ आया है। पिछले दिनों खबर आई थी कि Sheena Bora हत्याकेस में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई को लिखी चिट्ठी में सनसनीखेज दावा किया है। मां इंद्राणी मुखर्जी का कहना है कि Sheena Bora जिंदा है। उनके मुताबिक, Sheena Bora कश्मीर में है। अब इंद्राणी मुखर्जी की वकील का बयान आया है। वकील सना खान के मुताबिक, ‘इंद्राणी मुखर्जी ने सूचना दी है कि उन्हें एक लेडी ऑफिसर ने बताया है कि वह (लेडी ऑफिसर) 24 जून को डल झील पर शीना बोरा से मिली है। वह लेटी ऑफिस सीबीआई के सामने अपने बयान दर्ज करने के लिए तैयार है। हम याचिका दायर कर सीबीआई से जांच की मांगं करेंगे।’
बता दें, मुंबई पुलिस अवैध हथियारों की तलाशी कर रही थी तब संयोग से उसके हाथ Sheena Bora Murder case पड़ गया था। बाद में सीबीआई ने भी केस की जांच की। मुंबई पुलिस की अब तक की जांच के मुताबिक 2012 में शीना बोरा का कथित तौर पर अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
जानिए क्या है Sheena Bora Murder case
24 वर्षीय शीना बोरा, इंद्राणी मुखर्जी की पहली शादी से हुई बेटी थी। इंद्राणी मुखर्जी ने कथित तौर पर अपनी शादी को गुप्त रखा था। शीना बोरा की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या की गई थी और उनका शव एक गड्ढे में मिला था। पुलिस जांच के मुताबिक, 24 अप्रैल 2012 को शीना बोरा ने अपनी कंपनी से छुट्टी ली और लापता हो गई। बाद में सामने आया कि उसने इस्तीफा दे दिया। उसके परिवार वालों ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। इसके बाद 23 मई 2012 को महाराष्ट्र पुलिस को रायगढ़ जिले में एक क्षत-विक्षत शव मिला। 25 अगस्त 2015 यानि करीब तीन साल बाद पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी को गिरफ्तार किया। अगले ही दिन इंद्राणी के पूर्व पति संजीव खन्ना को भी कोलकाता में गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले पुलिस ने अवैध हथियार मामले में चालक श्यामवर राय को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को शीना बोरा के लापता होने की बात बताई। बाद में राय ने हत्या करने और उसके शरीर को ठिकाने लगाने की बात कबूल की। इंद्राणी मुखर्जी ने भी हत्या में अपनी भूमिका स्वीकार की थी।
जानिए हाल के दिनों में क्या हुआ
20 मार्च 2020 को पीटर मुखर्जी को जमानत मिली और चार साल सलाखों के पीछे बिताने के बाद जेल से बाहर आ गए। 24 जुलाई 2021 को सीबीआई की विशेष अदालत ने इंद्राणी मुखर्जी की याचिका खारिज कर दी और कहा कि उसने शीना बोरा के अपहरण, हत्या और शव को ठिकाने लगाने में सक्रिय भूमिका निभाई है। 17 अगस्त 2021 को सीबीआई ने हत्या के मामले में आगे की जांच बंद कर दी। चालक श्यामवर राय मामले में सरकारी गवाह बना।