In marriage turmeric is applied to the bride and groom know what: digi desk/BHN/ग्वालियर/ हल्दी का प्रयोग खाना बनाने में मसाले के रूप में तो किया ही जाता है। साथ ही इसे गुणकारी भी माना गया है। इसलिए लोग दूध में भी हल्दी मिलाकर पीते हैं। बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डा. सतीश सोनी के अनुसार हिंदू धर्म में हल्दी शुभता की प्रतीक है। इसलिए हल्दी का प्रयोग पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों में भी किया जाता है। इसके अलावा भारतीय परंपराओं में विवाह के दौरान संपन्न की जाने वाली रस्मों में हल्दी की रस्म को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। शादी में वर-वधू को हल्दी लगाई जाती है। इसके पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही आधार हैं।
हल्दी लगाने का क्या है धार्मिक आधार
ज्योतिषाचार्य के अनुसार भगवान विष्णु को जगत का पालन करता कहा जाता है। वे समस्त सृष्टि के पालनहार हैं। सभी शुभ कार्यों और मांगलिक कार्यों में भगवान विष्णु का पूजन अवश्य किया जाता है। विवाह में पंच देवों में भगवान विष्णु का भी पूजन होता है और उनकी पूजा में हल्दी के प्रयोग का विशेष महत्व माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हल्दी को शुभता का प्रतीक भी माना जाता है। इसलिए विवाह में दूल्हा और दुल्हन के अच्छे भविष्य की कामना के लिए हल्दी लगाई जाती है।