पन्ना, भास्कर हिंदी न्यूज़। पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती की बात निराली है। बेशक़ीमती रत्न हीरों के खनन के लिए पूरी दुनिया में विख्यात पन्ना में जब किसी की क़िस्मत चमकती है तो वह पलक झपकते ही रंक से राजा बन जाता है। जिले के दो ग़रीब किसानों के साथ आज ऐसा ही चमत्कार घटित हुआ है। जिसकी चर्चा हर किसी की ज़ुबान पर है। इन किसानों को 14.98 एवं 7.44 कैरेट वजन के जेम क्वालिटी वाले दो बेशकीमती हीरे मिले हैं। जिससे वे एक झटके में ही लखपति बन गए हैं। वर्षों पहले देखा गया सपना साकार होने से दोनों किसानों के घरों में ख़ुशी और जश्न का माहौल है। आज दोनों किसानों ने अपने हीरे पन्ना के शासकीय हीरा कार्यालय में नीलामी हेतु जमा कराए हैं। वहीं पिछले सप्ताह ग्राम बिलखुरा निवासी एक ग़रीब कृषि मजदूर बलवीर सिंह यादव को कृष्णा कल्याणपुर पटी हीरा खदान क्षेत्र से 7.2 कैरेट वजन का उज्जवल क़िस्म का हीरा मिला था। प्राप्त जानकारी के अनुसार पन्ना के बाहरी इलाके में स्थित एनएमडीसी कॉलोनी के समीप रहने वाले लखन यादव को कृष्णा कल्याणपुर पटी उथली हीरा खदान क्षेत्र में 14.98 कैरेट वजन का हीरा मिला है।
जबकि ग्राम जरुआपुर निवासी दिलीप कुमार मिस्त्री को जरुआपुर में ही निजी भूमि पर 7.44 कैरेट वजन का हीरा मिला है। दोनों ही हीरे उज्जवल क़िस्म के बताए जा रहे हैं। अचानक मालामाल हुए दोनों किसानों के चेहरे उनके हीरों की तरह ख़ुशी से चमक रहे हैं। हीरा मिलने को ईश्वर की अनुकम्पा बताते हुए वे कहते हैं कि वर्षों पहले उन्होंने जो सपना देखा था वह अब पूरा हो चुका है।
संयुक्त नवीन कलेक्ट्रेट भवन में स्थित हीरा कार्यालय में मंगलवार 02 नवंबर को पहुंचे दोनों किसानों के द्वारा अपने हीरे नीलामी के लिए जमा कराए गए। हीरा कार्यालय पन्ना के हीरा पारखी अनुपम सिंह ने इन हीरों की नियमानुसार जांच-परख और तौल कर उन्हें जमा कर लिया है। इन दोनों हीरो को आगामी नीलामी में बिक्री के लिए रखा जायेगा। हीरा पारखी से अनुमानित कीमत पूछे जाने पर उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए बताने से इंकार कर दिया। लेकिन जानकारों व शहर के हीरा पारखियों ने 7.44 वजन वाले हीरे की कीमत 20 से 25 लाख तथा 14.98 कैरेट वजन के हीरे की अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख रुपये आंकी है।