Garuda Purana: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ गरुड़ पुराण में निधन, आत्मा की यात्रा और मृत्यु के बाद के संस्कारों व नियमों के बारे में बताया गया है। इसमें देह से लेकर मृत शख्स की आत्मा की शांति के लिए किए जाने वाले संस्कार भी हैं। इन सभी संस्कारों को करने के पीछे की वजह भी बताई गई हैं। घर में किसी की मौत होने के बाद इन नियमों का जरूर पालन करना चाहिए। तभी आत्मा को शांति मिलेती है, वरना कष्ट झेलने पड़ते हैं। आइए जानते हैं कौन-से हैं नियम।
1. किसी की मृत्यु के बाद उसका अंतिम संस्कार करने से पहले उसे स्नान कराएं। साथ ही साफ कपड़े पहनाकर शरीर पर चंदन, घी और तिल के तेल का लेप लगाएं।
2. शव को अग्नि देने से पहले मृतक का करीबी मटके में पानी भरकर शव की परिक्रमा करता है। इसके बाद आखिरी में मटका फोड़ा जाता है। ऐसे निधन व्यक्ति के साथ मोह खत्म करने के लिए किया जाता है। जिससे आत्मा परिवार से मोह खत्म कर अपना अगला सफर शुरू कर सके।
3. अंतिम संस्कार करने के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए। जिससे आत्मा को लगे कि घरवालों का उससे मोह समाप्त हो गया है।
4. अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद घर पहुंचने पर मिर्च या नीम को दांतों से चबाकर तोड़ना चाहिए। इसके बाद ही किसी अन्य वस्तु को छूना चाहिए।
5. गरुड़ पुराण में निधन से पहले के कुछ कार्यों के बारे में बताया गया है, जो हर व्यक्ति को जीवित रहते करना चाहिए। इसके लिए तिल, लोहा, रूई, नमक, अनाज, गौ, जलपात्र और चप्पलें दान करना चाहिए।