diwali Health alert: digi desk/BHN/ भोपाल/ दीपावली पर आतिशबाजी करते समय सावधानी जरूर रखें। बड़ों की उपस्थिति में ही पटाखे जलाएं। इसके बाद भी कोई घटना हो तो चिकित्सक को दिखाने में देरी न करें। यह सलाह डाक्टरों ने दी है।हमीदिया अस्पताल के नेत्र विभाग के सह प्राध्यापक डा. एसएस कुबरे ने कहा कि दीपावली और उसके अगले दिन आंख में बारूद पड़ने या चोट लगने के 10 से 12 मरीज आते हैं। इनमें एक-दो को छोड़ दिया जाए तो बाकी बच्चे होते हैं। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी बनती है कि वह बच्चों को अकेले में पटाखे नहीं जलाने दें। हमीदिया अस्पताल के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्राध्यापक डा. आनंद गौतम ने भी पटाखे जलाने में सावधानी रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि तेज आवाज वाले पटाखे जलाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाथ में पटाखे लेकर नहीं फोड़े।
यह रखें सावधानी
- – पटाखे जलाते वक्त पास में पानी से भरी बाल्टी जरूर रखें।
- – जलने की स्थिति में प्रभावित अंग को पानी में डालें।
- -आंख में बारूद या कंकड़ पड़ जाए तो मसले नहीं। आंख को कुछ देर के लिए साफ पानी में डालकर रखें।
- – पटाखा जलातेे वक्त जूते और सूती कपड़े पहने।
- -बम,अनारदाना, राकेट आदि चलाते समय पर्याप्त दूरी रखें।
- पटाखों को अधिक झुककर न चलाएं, क्योंकि पटाखें कई बार अपेक्षाकृत जल्दी फूट जाते हैं।
- – दूर से ही पटाख फोड़े।
- -पटाखे जलाकर सड़क पर न उछालें।
- – छोटे बच्चों को जलते हुए दीए और मोमबत्ती के पास अकेला न छोड़ें।