Dos and Don’ts for Diwali: digi desk/BHN/ हर साल कार्तिक माह में दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। यह पर्व भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपावली बुराई और अंधेरे पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह त्योहार धनतेरस के दिन से शुरू होता है और भाईदूज को समाप्त होता है। दीपोत्सव पर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। वह पटाखे फोड़े जाते हैं। हालांकि दीपों के इस पर्व में कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं दिवाली पर क्या करें और क्या नहीं करना चाहिए।
क्या करें
1. हमेशा पटाखे खुली जगह में फोड़ना चाहिए। यह ध्यान रखें कि आसपास कोई ज्वलनशील चीज नहीं होना चाहिए।
2. पटाखे हमेशा लाइसेंस विक्रेता से खरीदें।
3. पटाखे फोड़ते समय बच्चा का ध्यान रखें।
4. आतिशबाजी करते समय जूते पहने रहें।
5. पटाखा फोड़ने के बाद हाथों को साफ धोएं।
6. अगर शोर ज्यादा हो रहा है, तो कानों में कॉटन लगाएं
7. इमरजेंसी के लिए पानी की बाल्टी पास में रखें।
8. आग लगने पर फायर ब्रिगेड को कॉल करें।
9. अगर सांस लेने की समस्या है, तो घर के अंदर ही रहें।
10. कोरोना वायरस अभी तक खत्म नहीं हुआ है। इस लिए मास्क पहनकर रखें।
क्या न करें
1.कभी बिजली के खंभों और इलेक्ट्रिक तारों के पास पटाखे नहीं जलाएं।
2. सिल्क और सिंथेटिक कपड़े नहीं पहनें। इसमें आग जल्द लगती है।
3. अगर पटाखों को फटने में समय लग रहा है, तो उसके पास नहीं जाएं। इसे बुझाने के लिए पानी डालें।
4. अधूरे पटाखों के पास न जाएं।
5. अगर कोई जल जाएं, तो खुद इलाज नहीं करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
6. सैनिटाइजर को पटाओं और आग से दूर रखें।
7. पटाखे जलाते समय माचिस, मोमबत्ती और दीपक को पास नहीं रखें।
8. जानवरों को परेशान नहीं करें।
9. दिवाली के दिन किसी प्रकार का नशा नहीं करें।