सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि भारत शासन के निर्देशानुसार जिले में राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम का आयोजन जारी है। जिसमें विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्र के माध्यम से 1 से 19 वर्ष के बच्चों किशोर/किशोरियों को एल्बेंडाजॉल गोली का सेवन कराया जा रहा है। विगत वर्ष कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जिले में राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम का आयोजन समुदाय आधारित गृह भ्रमण रणनीति के माध्यम से किया गया। जिसके अंतर्गत 1 से 19 वर्षीय समस्त हितग्राहियों को कृमिनाशन की दवा (एल्बेंडाजॉल) खिलाई जा रही है, ताकि मिट्टी जनित कृमि संक्रमण की रोकथाम सुनिश्चित हो।
उल्लेखनीय है कि बच्चों में कृमि संक्रमण व्यक्तिगत अस्वच्छता तथा संक्रमित दूषित मिट्टी के सम्पर्क से संभावित होता है, कृमि संक्रमण से बच्चों को शरीर में प्रतिकूल प्रभाव पड़ते है। कृमि होने से बच्चों के शारीरिक, मानसिक विकास में वृद्धि अवरूद्ध हो जाती है। कृमि कई कारणों से बच्चों के पेट में पहुंच सकते है। बच्चों को कृमि नाशक गोली खिलाने से कई तरह के लाभ होते है खून कमी में सुधार आना, बेहतर पोषण स्तर, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ना, स्कूल और आंगनवाड़ी केन्द्रों में उपस्थिति बढ़ना तथा सीखने की क्षमता में सुधार लाने में मदद करती है।
शासकीय कार्यालयों में पाँच कार्य दिवसीय व्यवस्था 31 मार्च 2022 तक
शासकीय कार्यालयों के कार्य-दिवस सप्ताह में 5 दिवस (सोमवार से शुक्रवार) की व्यवस्था 31 मार्च 2022 तक प्रभावशील रहेगी। उप सचिव सामान्य प्रशासन विभाग श्री डी.के. नागेंद्र ने बताया कि राज्य शासन द्वारा कोविड-19 महामारी के रोकथाम एवं बचाव के संबंध में सम्पूर्ण प्रदेश के शासकीय कार्यालयों के कार्य-दिवस सप्ताह में 5 दिवस (सोमवार से शुक्रवार) निर्धारित किए गये थे। यह आदेश 31 अक्टूबर 2021 तक प्रभावशील है, जिसे 31 मार्च 2022 तक बढ़ाया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं।