Bad Breath Treatment: digi desk/BHN/ सुबह से समय मुंह से स्मेल आती है। ऐसा रात भर मुंह में रहने वाले बैक्टीरिया के कारण होता है। हालांकि यह कुल्ला करने और ब्रश करने से ठीक हो जाता है। कई बार ब्रश करने के बावजूद मुंह से बदबू कम नहीं होती। ऐसे मामले बच्चों में अधिक देखने को मिलते हैं। वह इससे बिल्कुल नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। आगे चलकर ये कोई अन्य बीमार का कारण बन सकता है। डेंटल डॉक्टर सोनम गुप्ता के अनुसार इस पॉब्लम को हैलोटिसिस कहा जाता है। कुछ बातों का ध्यान रखकर इसे ठीक किया जा सकता है। फिर भी राहत ना मिलें तो डॉक्टर से परामर्श लें।
मुंह की साफ-सफाई नहीं करना
अक्सर बच्चे ब्रश करने से बचते हैं। इससे उनके दांतों में लगी प्लाक अच्छे से निकल नहीं पाती। दांतों की सफाई नहीं होने से बचा हुआ खाना दांतों, जीभ और मसूडों में रह जाता है। जिस कारण मुंह से बदबू आने लगती है। इस समस्या से बचने के लिए दिन बच्चों को दो बार ब्रश करने की आदत डालें।
अंगूठा या उंगली चूसने से बच्चों का माउथ ड्राई हो जाता है। इस कारण मुंह में बैक्टेरिया बढ़ जाते हैं। अगर मुंह में सलाइवा की मात्रा कम रहे, तो ड्राइनेस बढ़ती है। ऐसे में हमेशा बच्चों को पानी पिलाते रहें।
जीभ पर बैक्टीरिया
जीभ अच्छे से साफ नहीं होने पर मुंह से दुर्गंध आती है। ऐसे में ब्रश या किसी क्लींजर से बच्चों की जीभ साफ करें। इससे जमी सफेद परत उतर जाती है।
मुंह से सांस लेना
जुखाम होने पर बच्चों की नाक बंद हो जाती है। तब मुंह से सांस लेते हैं। मुंह से सांस लेने पर सलाइवा नहीं बन पाता। जिस कारण मुंह से स्मेल आने लगती है।
ओरल इंफेक्शन
बच्चों का सही से ब्रश नहीं करने पर मसूड़ों में इंफेक्शन हो सकता है। जिस कारण बदबू आ सकती है। इंफेक्शन केस में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। कई बार बच्चे किसी दवाई का सेवन कर रहे होंते हैं। तब भी दुर्गंध आ सकती है।