Lakhimpur Kheri Violence: digi desk/BHN/ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा के बाद तनाव है। इस मामले की गूंज सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है। दरअसल, किसान महापंचायत ने दिल्ली के जंतर-मंतर में सत्याग्रह की अनुमति के लिए याचिका दायर की है। इस पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च अदालत ने कहा कि जब लखीमपुर जैसी घटना होती है तो कोई जिम्मेदारी नहीं लेता। इसके साथ ही जजों ने कहा कि वे किसान महापंचायत को सत्याग्रह की अनुमति देने के बारे में अभी और विचार करेंगे। सुप्रीम कोर्ट यह भी देखेगा कि क्या विरोध करने का अधिकार पूर्ण अधिकार है? सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब तीनों कृषि कानूनों लागू करने पर कोर्ट रोक लगा चुका है तो किसान संगठन क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं? सुनवाई के दौरान केंद्र की तरफ से पेश अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा लखीमपुर खीरी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए आगे कोई विरोध नहीं होना चाहिए।
जानिए क्या हुआ था लखीमखीरी में
किसान नेताओं के साथ ही विपक्षी नेताओं को भी एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया है। अब तक 8 लोगों की मौत की सूचना है, जिनमें से पांच किसान है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी लखीमपुर पहुंच चुके हैं। उन्होंने सरकार के सामने मांगे रखी हैं। कुल मिलाकर क्षेत्र में आज भी तनाव है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। यहां जानिए कैसे शुरू हुआ यह मामला और कैसे इतना विकराल रूप ले लिया।
हिंसा की ऐसे हुई शुरुआत
- -उपमुख्यमंत्री के शांतिपूर्ण विरोध के नाम पर रास्ते पर जमा थे लाठी-डंडों से लैस हजारों प्रदर्शनकारी
- -केंद्रीय मंत्री के समर्थकों के काफिले पर पथराव कर गाड़ी फूंकी, अनियंत्रित वाहन से दबकर मरे किसान
- -मुख्यमंत्री ने एडीजी कानून व्यवस्था सहित वरिष्ठ अफसर मौके पर भेजे।
ऐसे बढ़ी बात, अजय मिश्र के गांव में था प्रोग्राम
- -अजय मिश्र टेनी के पैतृक गांव बनवीरपुर में दंगल का समापन समारोह था
- -मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री की अगवानी के लिए मंत्री के समर्थक निकले
- -रास्ते में हजारों प्रदर्शकारी किसानों ने समर्थकों के काफिले को घेर लिया
- -भीड़ को देख अनियंत्रित होकर एक वाहन प्रदर्शनकारियों पर चढ़ गया
- -हादसे में चार किसानों की मौत हो गई, गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने उपद्रव मचा दिया
सरकार सतर्क, नेताओं को लखीनपुर जाने से रोका
- -केंद्रीय बल की पांच कंपनियां और पीएसी की तीन अतिरिक्त कंपनियां तैनात
- -घटना की तह में जाएगी सरकार, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई : योगी
- -इलाके में इंटरनेट सेवा को बंद किया गया
- -क्षेत्र के लोगों से अपील-अपने घरों पर ही रहें और किसी के बहकावे में न आएं
- – विपक्षी नेताओं से अपील है कि वे अभी लखीमपुर न जाएं।
- – नेताओं के जाने से जांच प्रभावित हो सकती है।
- – इलाके में धारा 144 लगाई गई है।
हिंसा के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरा
- -अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की।
- -मायावती ने ट्वीट किया, “यह भाजपा सरकार की तानाशाही व क्रूरता को दर्शाता है जो कि इनका असली चेहरा भी है”।
- -प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया- भाजपा देश के किसानों से कितनी नफरत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएंगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका।