Pakistan Civil War:krachi/ खस्ताहाल पाकिस्तान में अब गृहयुद्ध जैसे हालात बन गए हैं। पुलिस के मामलों में अर्धसैनिक बल पाकिस्तानी रेंजर्स के हस्तक्षेप के बाद सिंध प्रांत में पुलिस और सेना आमने-सामने आ गए हैं। दोनों के बीच भीषण गोलीबारी हुई है जिसमें पांच सैन्य अफसरों और 10 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। संघर्ष तब शुरू हुआ जब सेना ने एसपी मुहम्मद आफताब अनवर को हिरासत में लेने की कोशिश की। फिलहाल सिंध पुलिस में विद्रोह की स्थिति है और ज्यादातर अफसरों ने छुट्टी के लिए आवेदन दे दिया है। जबकि पाकिस्तान में मुख्यधारा का मीडिया गंभीर होते हालात को जनता से छिपाने की कोशिश कर रहा है। मामला अब गंभीर रूप लेता जा रहा है और पुलिस में विद्रोह की स्थिति पैदा हो गई है। सिंध प्रांत के सभी बड़े पुलिस अधिकारियों ने छुट्टी का आवदेन दे दिया है। इनमें तीन एडीशनल आइजी, 25 डीआइजी, 30 एसएसपी और दर्जनों एसपी, डीएसपी और एसएचओ शामिल हैं। इस मामले ने उस वक्त तूल पकड़ा जब 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने 18 अक्टूबर को कराची में एक विशाल रैली की। इस रैली में सेना की कठपुतली इमरान खान सरकार और सेना पर जमकर निशाने साधे गए। रैली में जबर्दस्त भीड़ इकट्ठा हुई थी।
लंदन से वीडियो लिंक के जरिये पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता नवाज शरीफ ने भी रैली को संबोधित किया। पीएमएल-एन नेताओं के अनुसार, स्थिति तब खराब हो गई जब पाकिस्तानी रेंजर्स ने नवाज शरीफ की बेटी और पीएमएल-एन नेता मरयम नवाज के पति सफदर अवान के खिलाफ एफआइआर और उनकी गिरफ्तारी का दबाव बनाया और सिंध प्रांत के आइजी मुश्ताक मेहर का अपहरण कर लिया।