Civil War: Karachi/ पाकिस्तान में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। कराची में पाक सेना और सिंध प्रांत की पुलिस आमने सामने हैं। इस बीच, बुधवार सुबह यहां एक इमारत में ब्लास्ट हो गया। अब तक तीन लोगों के मारे जाने और 17 के घायल होने की खबर है। इस बीच, विपक्ष की एकजुटता और सेना के बर्ताव को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि क्या इमरान खान (Imran Khan) सरकार का तख्तापलट होने जा रहा है। इस बीच, Imran Khan के लिए बुधवार को दिन भी अहम होने जा रहा है। इसी दिन FATF की बैठक होने जा रही है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में बना रहेगा, लेकिन यदि पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डाला जाता है तो Imran Khan की कुर्सी जाना तय है।
Imran Khan सरकार की मुश्किलें रविवार को समय बढ़ गईं, जब सभी विपक्षी दलों ने साझा रैली की। इससे तिलमिलाई इमरान खान सरकार ने कराची की होटल से पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद यानी मरियम के पति मुहम्मद सफदर को कमरे का ताला तोड़कर गिरफ्तार करवा दिया। शुरू में लगा कि यह काम सिंध पुलिस ने किया है, लेकिन बाद में जब सेना की करतूत उजागर हो गई तो सिंध पुलिस भड़क गई। सफदर की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद सिंध के पुलिस महकमे में नाराजगी तताई। इस घटना के विरोध में दो अतिरिक्त महानिरीक्षकों (एआईजी), सात उप महानिरीक्षकों (डीआईजी) और छह वरिष्ठ अधीक्षकों ने छुट्टी का आवेदन किया है। उन्होंने अपनी छुट्टी की एक जैसी दरख्वास्त सिंध के पुलिस महानिरीक्षक मुश्ताक महार को सौंप दी। इन अधिकारियों का कहना है कि सफदर की गिरफ्तारी से उपजे दबाव के चलते उनका मनोबल गिर गया है और उनके लिए ड्यूटी निभाना मुश्किल हो गया है।
इस बीच, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने आरोप लगाया है कि सिंध के पुलिस महानिरीक्षक को जबरन सेक्टर कमांडर के दफ्तर ले जाया गया और गिरफ्तारी के आदेश पर दस्तखत करने के लिए कहा गया। उन्होंने दावा किया कि जब महानिरीक्षक ने अपनी अनिच्छा जताई, तो उन्हें कहा गया कि सफदर को रेंजर गिरफ्तार करेंगे। लेकिन, उनसे जबरन दस्तखत कराने के बाद पुलिस को ही गिरफ्तार करने के लिए कहा गया।