ED send notice to tmc mp: digi desk/BHN/ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और TMC सांसद अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा को कोयला घोटाला केस में पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने दोनों से बैंक डिटेल भी मांगे हैं। इसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है। भतीजे को ED नोटिस पर ममता बनर्जी बुरी तरह भड़क गई हैं। उन्होंने BJP पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। कालीघाट में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी सरकार जब राजनीति में जीत नहीं पाती, तो सरकारी एजेंसियों की मदद से परेशान करने लगती है। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए ये भी कहा कि कुछ लोग हमें छोड़ कर गये थे, लेकिन सब वापस आ गये, क्योंकि उन्हें पता है कि TMC ही यहां की असली पार्टी है।
पूछताछ के लिए भेजा नोटिस
ईडी ने कोयला घोटाले मामले में पूछताछ के लिए अभिषेक बनर्जी को 6 सितंबर को हाजिर होने को कहा है, जबकि उनकी पत्नी को 1 सितंबर को पेश होने को कहा है। इन दोनों के अलावा तीन अन्य लोगों को भी समन जारी किया गया है। अभिषेक और उनकी पत्नी रुजिरा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनी में ऐसी कंपनियों और उनसे जुड़े लोगों से फंड ट्रांसफर करवाए हैं जो कोयला घोटाले में शामिल रहे हैं। आरोप यह भी हैं कि फंड के एवज में उन कंपनियों से बोगस अग्रीमेंट करवाए गए थे। अभिषेक के पिता अमित बनर्जी भी उनमें से एक कंपनी में डायरेक्टर हैं। आपको बता दें कि CBI भी कोयला घोटाले की जांच कर रही है।
कोयला घोटाले में क्यों आया नाम?
मिली जानकारी के मुताबिक रुजिरा बनर्जी की कंपनी LEAPS & BOUNDS MANAGEMENT Services LLP संदेह के घेरे में है। अभिषेक बनर्जी ने ये कंपनी अपनी मां लता के नाम पर बनाई थी। दूसरी कंपनी उन्होंने मार्च 2017 में बनाई थी। इन कंपनियों में उनकी पत्नी, साली और पिता अमित बनर्जी पार्टनर और निदेशक हैं। CBI और ED को इनके कुछ बैंकिंग ट्रांजैक्शन्स पर सीबीआई और ईडी को शक है।
दरअसल पिछले साल 27 नवंबर को सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) के लीजहोल्ड एरिया से कोयले के अवैध खनन और उठाव के संबंध में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था। सतर्कता विभाग और ईसीएल टास्क फोर्स ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि ईसीएल के पट्टे क्षेत्र में व्यापक रूप से अवैध कोयला खनन और उसकी ढुलाई हो रही है। टीम ने तब बड़े पैमाने पर कोयले की जब्ती की थी। माना जा रहा है कि उस इलाके में सालों से संगठित तौर पर अवैध खनन और कोयले ढुलाई का काम संचालित हो रहा है।