Madhya Pradesh Weather Update:digi desk/BHN/ भोपाल/ मध्य प्रदेश में वर्तमान में कोई मानसून सिस्टम सक्रिय नहीं है। मानसून ट्रफ भी अब दिल्ली के आसपास से गुजर रहा है। इस वजह से प्रदेश में लगातार बारिश के आसार नहीं हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी मौजूद रहने के कारण अभी बादल बने रहेंगे। साथ ही कहीं-कहीं तापमान बढ़ने के कारण छिटपुट बौछारें भी पड़ सकती हैं। अपेक्षाकृत कम बारिश से 13 जिलों में सूखे का खतरा मंडराने लगा है।
अगस्त माह बीतने को है और प्रदेश में ग्वालियर-चंबल संभागों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में बारिश की जरूरत बनी हुई है। विशेषकर जबलपुर, इंदौर सहित 13 जिलों में सामान्य से 20 से 44 फीसद तक कम बारिश हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मंडला में नौ, मलाजखंड में छह, सागर में दो, नौगांव में एक, जबलपुर में 0.6, गुना में 0.4 मिलीमीटर बारिश हुई। राजधानी का अधिकतम तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य रहा। न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक है।
उधर राजधानी में सुबह से ही बादल छाए रहे। इस वजह से अधिकतम तापमान में अधिक बढ़ोतरी नहीं हो सकी। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में किसी वेदर सिस्टम के नहीं रहने से बारिश की संभावना कम है। हालांकि वातावरण में मौजूद नमी के कारण मंगलवार-बुधवार को सागर, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
इन जिलों में सामान्य से कम हुई है बारिश
साहा के मुताबिक अभी तक इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन, हरदा, छतरपुर, पन्ना, दमोह, कटनी, जबलपुर, मंडला, सिवनी और बालाघाट में 20 से 44 फीसद तक कम बारिश हुई है। नमी के कारण बने हैं
बौछारें पड़ने के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों हुई बारिश के कारण जमीन में नमी मौजूद है। वर्तमान में भी पश्चिमी हवाओं के कारण नमी लगातार आ रही है। इससे बादल बने हुए हैं। इस स्थिति में तापमान बढ़ने पर कहीं-कहीं बौछारें पड़ने की संभावना बनी हुई है।