Bhaiyyu maharajs elder daughter kuhu alleges: digi desk/BHN/ इंदौर/ सद्गुरु दत्त धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट में पुराने ट्रस्टियों को हटाने और नए ट्रस्टियों को बनाने का विवाद एक बार फिर गरमा गया है। इसके लिए अपनाए जा रही प्रक्रियां पर भय्यू महाराज की बड़ी बेटी 20 वर्षीय कुहू ने बुधवार को सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के संविधान का माखौल उड़ाया जा रहा है। उन्हें ट्रस्टी बनाने के लिए उनकी जानकारी के बिना दस्तावेज प्रस्तुत किए गए। इसमें लगाए गए आधार कार्ड पर जो हस्ताक्षर है वह उनके नहीं है। नियम के विरुद्ध जाकर नए ट्रस्टी बनाए और पुरानों को हटाया गया।
सुर्योदय आश्रम सुकलिया पर कुहू ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मेरे पिता ने इस ट्रस्ट की स्थापना की थी। इसके जरिए कई गतिविधियों का संचालन किया जा रहा था। उतनी नहीं तो उसकी दस प्रतिशत गतिविधियों का संचालन हो पर उसमें पूरी पारदर्शिता रखी जाए। मुझे ट्रस्ट की गतिविधियों और इसके आडिट को कोई जानकारी नहीं मिल रही है। मैं जानना चाहती हूं कि जिन ट्रस्टियों को हटाया गया और जिनकी नियुक्ति की गई वह किस आधार पर की गई।
इन अनियमिताओं को दूर करने के लिए कानूनी सलाह ले रही है। इस दौरान उन्होंने ट्रस्टी बननें की इच्छा जताई। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे सुरक्षा की जरूरत है। अब मेरी दादी भी नहीं रही। इंदौर में घर की बजाए होटल में रहने के सवाल पर कहा कि घर में रहने में अच्छा महसूस नहीं करती इसलिए होटल में रुकती हैं। गौरतलब 12 जून 2018 को भय्यू महाराज की मौत के बाद से पारिवारिक कलह समाने आने लगा था। ट्रस्ट के ट्रस्टी भी दो खेमे में बंट गए थे।
धरा मेरी छोटी और कुहू बड़ी बेटी
कुहू के आरोपों पर भय्यू महाराज की पत्नी डा. आयुषी का कहना है कि धरा मेरी छोटी और कुहू बड़ी बेटी है। उसका ट्रस्ट सहित सभी जगह अधिकार है लेकिन वह इस तरह की बचकानी बाते क्यों कर रही है यह मैं नहीं कह सकती। शायद वह लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहती है। ट्रस्ट में उसे ट्रस्टी बनाने के लिए नियमानुसार कानूनी प्रक्रियां की जा रही है।