Today Last Sawan Somwar 2021: digi desk/BHN/ सावन माह का आखिरी सोमवार 16 अगस्त को मनाय जा रहा है। इसके बाद 22 अगस्त को श्रावण मास की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन के साथ पवित्र सावन माह समाप्ह हो जाएगा। इस वर्ष सावन माह 23 जुलाई शुक्रवार से शुरू हुआ था। वहीं इस बार भाई-बहन के प्यार का सबसे बड़ा त्योहार रक्षाबंधन रविवार को पड़ रहा है।
कोरोना महामारी के कारण पिछले साल भी रक्षाबंधन का पर्व फीका रहा था। हालांकि इस बार अभी से बाजारों में चहल-पहल दिखने लगी है। अच्छी बात यह है कि इस बार पर्व पर अशुभ फल देने वाली भद्रा का साया नहीं पड़ेगा। दिनभर में 11 घंटे 16 मिनट का मुहूर्त रहेगा। इस मौके पर मंगलकारी शोभन व धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग बनेगा।
शिवालयों में उमड़े श्रद्धालु
सावन के आखिरी सोमवार पर मंदिर में सुबह से भीड़ है। खासतौर पर शिवालयों में हर कोई भगवान शंकर को प्रसन्न करना चाहता है। विशेष अनुष्ठान हो रहे हैं। इस दिन अभिषेक का भी विशेष महत्व है। माना जात है कि जो कोई इन्सानदही, शुद्ध घी, पंच फल, कपूर, धूप, दीपक, कच्चा दूध, इत्र, पंचरस, पवित्र जल, गंगाजल, पांच प्रकार के मिष्ठान, बेलपत्र, धतूरा, भांग, पंचमेवा, आम्र मंजरी, तुलसी दल, मंदार पुष्प, जौ, दक्षिणा, चांदी, सोना, रत्न, रुई, पार्वती जी के सोलह श्रृंगार के समान के साथ आज के दिन भगवान शिव की पूजा करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है।
श्रावण सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा या अभिषेक करते समय ऊँ नम: शिवाय का पाठ करें। इसके अलावा अभिषेक के मंत्र याद न होने पर महामृत्युंजय मंत्र – ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।। के साथ घर पर भी अभिषेक कर सकते हैं।