Rajya Sabha Hungama: digi desk/BHN/ राज्यसभा में विपक्षी सांसदों और मार्शलों के बीच धक्का मुक्की का मामला गरमाता जा रहा है। विपक्ष ने गुरुवार को इसके खिलाफ पैदल मार्च किया और सांसदों की पिटाई करने का आरोप लगाया। उधर सत्ता पक्ष के मंत्री और सांसद इसे सरासर झूठ बता रहे हैं और विपक्षी सांसदों पर हंगाने का और संसद की मर्यादा भंग करने का आरोप लगा रहे हैं। इस हंगामे के बीच बुधवार को हुए हंगामे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इस फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि मार्शल सांसदों को वेल में जाने का रास्ता रोक रहे हैं। जब सांसदों के कई बार कहने पर भी मार्शल नहीं हटे तो बहस धक्का-मुक्की में बदल गई।सत्ता पक्ष के मुताबिक हालात जब बिगड़ने लगे, तो हंगामा कर रहे विपक्षी सासंदों को रोकने के लिए मार्शलों की मदद लेनी पड़ी।
दरअसल बुधवार को विवादास्पद सामान्य बीमा व्यवसाय (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक, 2021 को राज्यसभा में पेश किया गया। विपक्ष इस विधेयक को एक प्रवर समिति को भेजने की मांग कर रहा था। वाईएसआर कांग्रेस के सांसद विजयसाई रेड्डी ने कहा कि इस कानून के व्यापक प्रभाव को समझने के लिए इसे एक प्रवर समिति के पास भेजा जाना चाहिए। कांग्रेस, आरजेडी और टीडीपी के सांसदों ने इसका समर्थन किया।
लेकिन जब सरकार ने हंगामे के बीच बिल पर चर्चा के लिए दबाव डाला, तो सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम ने मेज पर चढ़ने की कोशिश की। इस पर सभापति बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने तुरंत सदन को स्थगित कर दिया। इसके बाद फौरन 10 से अधिक महिला मार्शल और लगभग 50 पुरुष मार्शल ने रिपोर्टर की मेज के चारों ओर से घेरकर एक मानव श्रृंखला बनाई और उन्होंने विपक्षी सदस्यों के वेल में जाने से रोक दिया। इसके विरोध में सांसदों ने धक्का-मुक्की शुरु कर दी। अब दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर संसद की गरिमा भंग करने का आरोप लगा रहे हैं।