Parliament Monsoon Session: digi desk/BHN/ संसद के मॉनसून सत्र में गुरुवार का दिन भी विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्षी सदस्य लगातार पेगासस जासूसी विवाद, कृषि कानूनों और महंगाई को लेकर शोरगुल करते रहे और दोनों सदनों की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। आखिरकार विपक्षी दलों के लगातार विरोध को देखते हुए लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसी बीच लोकसभा में दो बिल, भारतीय विमानपत्तन आर्थिक नियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक 2021 (The Airports Economic Regulatory Authority of India (Amendment) Bill 2021) और अंतर्देशीय पोत विधेयक, 2021 (The Inland Vessels Bill, 2021) बिना बहस के पास हो गये।
लगातार हंगामे और स्थगन के बाद जब दोपहर 2 बजे लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तो कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे किरीट प्रेमजीभाई सोलंकी ने दोनों विधेयकों को पटल पर रखने की अनुमति दी। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय विमानपत्तन आर्थिक नियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया। इसी तरह, बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अंतर्देशीय वेसल विधेयक, 2021 को पेश किया। दोनों ही बिल हंगामे के बीच बिना बहस के पारित हो गये।
वहीं दूसरी और राज्यसभा की कार्यवाही भी जब दोपहर 2 बजे फिर से शुरू हुई तो, सरकार ने फैक्टरिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्षी सदस्यों के विरोध और नारेबाजी के बीच विधेयक पेश करते हुए कहा कि इससे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) क्षेत्र को राहत मिलेगी। इसी बीच उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों को, जो सदन के वेल में आ गए थे, अपनी सीटों पर लौटने के लिए कहा। उन्होंने सदस्यों को विधेयक पर चर्चा में भाग लेने के लिए भी बुलाया। लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा, एआईडीएमके और टीआरएस को छोड़कर, कोई भी चर्चा के लिए नहीं आया। इसके बाद बिल को बिना बहस के ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इसके बाद उपसभापति ने सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।