दमोह/मड़ियादो,भास्कर हिंदी न्यूज़/ वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में मड़ियादो पुलिस ने अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली। अंधे हत्याकांड की वजह मृतक और आरोपितों के बीच पुरानी लड़ाई बताई गई है। मड़ियादो पुलिस द्वारा 28 दिन में प्रेमलाल रजक की हत्या करने वाले दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया व घटना में उपयोग चाकू व बाइक को भी जब्त कि या गया। मंगलवार को एएसपी शिवकु मार सिंह ने हटा पहुंचकर इस पूरे मामले का पर्दाफाश कि या।
जानेकारी के अनुसार 29 जून की सुबह मड़ियादो-कलकु आ मार्ग पर परिक्षेत्र कार्यालय के पास मडियादो निवासी प्रेमलाल रजक का शव सड़क पर मिला था। म्रतक के गले पर गहरा घाव था जिसको लेकर पुलिस द्वारा हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई थी।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी अनुसार 29 जून की शाम सात बजे प्रेमलाल रजक चौरइया रोड से मडियादो की ओर आ रहा था। वहीं आरोपित वाहिद खान 32, व सुनील रैकवार पिता गोपाल रैकवार 22 निवासी मडियादो बाइक से मदनटोर से शराब पीकर जा रहे थे। आमना सामना होने पर दोनों आरोपितों ने पुराने विवाद पर प्रेमलाल रजक को सड़क पर पटककर चाकू से गला रेत दिया जिससे उसकी मौत हो गई आरोपित वहां से भाग निकले। घटना स्थल पर तत्काल स्थानीय पुलिस सहित एसडीओपी हटा, डॉग स्क्वायड टीम पहुंची थी। मड़ियादो थाना प्रभारी विक्रम सिंह दांगी द्वारा घटना दिनांक के दिन उस मार्ग से निकले राहगीरों, आसपास रहने वाले ग्रामीणों व प्रेमलाल से जुड़े लोगों से पूछताछ शुरु कर दी। जिससे पुलिस को कु छ अहम बाते पता चली और पुलिस ने आरोपितों तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की। दरअसल मृतक प्रेमलाल और वाहिद खान के बीच शराब को लेकर विवाद हुआ था और तभी से वाहिद रंजिश रखने लगा था। 29 जून को जब दोनों का आमना, सामना हुआ तो ेुृ वाहिद ने अपने साथी के साथ मिलकर प्रेमलाल पर चाकू से हमला कर उसका गला रेत दिया।
अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में हटा एसडीओपी वीरेंद्र बहादुर सिंह के मार्गदर्शन में मड़ियादो थाना प्रभारी विक्रम सिंह दांगी, एएसआइ जगदीश तिवारी, प्रधान आरक्षक जगन्नाथ पटेल, अनवर खान, आरक्षक हरीसिंह, राम सिंह, इंद्रजीत की अहम भूमिका रही।
10 हजार का इनाम था घोषित
घटना को लेकर सागर जोन के डीआइजी आरएस डेहरिया, एसपी डीआर तेनीवार, एएसपी शिव कु मार सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण कर गुत्थी सुलझाने के दिशा निर्देश दिए थे। वहीं 25 जुलाई को अज्ञात आरोपितों को पकड़ने एसपी ने 10 हजार का इनाम भी घोषित कि या गया था।