ICMR claims corona willgradually become like flu: digi desk/BHN/ देश में कोरोना के केस घट रहे हैं, लेकिन अभी भी नए मरीजों की संख्या 40 हजार से ऊपर है। बीते 24 घंटों में भी देशभर में कोरोना के 42,766 के केस सामने आए हैं। इस दौरान 45,254 मरीज टीक हुए हैं और 1,206 की मौत हुई है। देश में अब तक कोरोना के 3,07,95,716 मरीज सामने आ चुके हैं जिनमें से 2,99,33,538 ठीक हो चुके हैं। अभी 4,55,033 एक्टिव केस हैं जबकि मृतकों की कुल संख्या 4,07,145 पहुंच गई है। इस बीच, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। आईसीएमआर के वैज्ञानिकों का मानना है कि कुछ समय बाद कोरोना महामारी इंफ्लुएंजा यानी फ्लू की तरह हो जाएगी। इससे बचने के लिए हर साल कोरोना वैक्सीन लेने की जरूरत पड़ सकती है।
आईसीएमआर ने क्यों कहा घबराने की जरूरत नहीं
आईसीएमआर के विशेषज्ञों का सुझाव है कि इन्फ्लुएंजा की तरह ही COVID-19 वायरस धीरे-धीरे अपने अंतिम चरण में पहुंच जाएगा। यह हमेशा एक निश्चित आबादी या क्षेत्र में मौजूद रहेगा। इसका रूप बदलना यानी नए वैरिएंट्स में आना सामान्य है और इससे घबराने की कोई बात नहीं है। समीरन पांडा, हेड, डिवीजन ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड कम्युनिकेबल डिजीज, इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक, COVID-19 वायरस कुछ समय बाद इन्फ्लुएंजा की तरह हो जाएगा और फिर कमजोर इम्युनिटी वाली आबादी को सालाना वैक्सीन शॉट लेना पड़ सकता है।
गर्भवती महिलाएं भी लगाएं टीका
टीकों के बारे में मिथकों को दूर करते हुए डॉ. पांडा ने कहा, स्तनपान कराने वाली माताओं को बिना किसी हिचकिचाहट के COVID-19 का टीका लगवाना चाहिए। इसके परिणामस्वरूप मां में विकसित होने वाले एंटीबॉडी बच्चे में चली जाएगा और यह बच्चे के लिए मददगार हो सकता है। उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया कि टीके सभी के लिए बिल्कुल सुरक्षित हैं। अस्थमा, धूल एलर्जी व अन्य एलर्जी वाले लोग भी टीका लगवाएं।।