सिलपरा से बेला तक बनेगी 13 किलोमीटर लंबाई की रिंग रोड
रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ शहर के विकास में एक और कड़ी जुड़ रही है जब सिलपरा से बेला तक 13 किलोमीटर लंबाई की कंक्रीट सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ होने जा रहा है। रीवा विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कलेक्ट्रेट में बैठक लेकर फेज-2 रिंग रोड निर्माण कार्य को तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस दौरान कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी तथा एनएचएआइ के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में रीवा विधायक श्री शुक्ल ने कहा कि रिंग रोड फेज-2 का निर्माण रीवा के लिए आवश्यक था। रीवा में बाइपास व रिंग रोड फेज-1 बनाये जाने के बाद इस फेज-2 मार्ग की जरूरत महसूस की जा रही थी। अब यह कार्य तत्काल प्रारंभ होगा तथा रीवा शहर के बाहर सड़क का पूरा सर्किल बनेगा जिससे रीवा में भारी वाहनों का दबाव कम होगा और सीधी, सिंगरौली तथा शहडोल जाने वाले यात्रियों,वाहनों को शहर में प्रवेश करने से निजात मिल जाएगी। श्री शुक्ल ने कहा कि यह सड़क रीवा में चोरहटा स्थित हवाई पट्टी के पास से गुजरेगी। शीघ्र ही हवाई पट्टी को विस्तारित कर हवाई अड्डे के तौर पर विकसित किया जाएगा जहां 80 से 100 सीटर बड़े विमान उतरने लगेंगे। जिससे यह रिंग रोड फेज-2 मार्ग और भी अधिक उपयोगी साबित होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क निर्माण अर्थ वर्क के लिए जिन तालाबों से मिट्टी,मुरम निकाली जाय उस तालाब का गहरीकरण कर उसमें सुधार कार्य भी कराए। श्री शुक्ल ने कहा कि सड़क निर्माण में कम से कम वृक्ष काटे जाए। साथ ही जितने वृक्ष काटे जायं उसका दस गुना वृक्ष लगाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया जाए।
बनेगा सिलपरा के पास बनेगा चौराहा
उल्लेखनीय है कि रिंग रोड फेज-2 सिलपरा से आरंभ होकर बेला से गोविंदगढ़ मार्ग में 700 मीटर पर मिलेगा। सिलपरा के पास चौराहा बनेगा जबकि बेला-गोविंदगढ़ मार्ग में तिराहा से रिंग रोड जुड़ेगा। इस सड़क निर्माण में रीवा के छः गांव खैरा, देवरा, मगुरहाई, बैसा, सिलपरा व कुठुलिया तथा सतना जिले के दो गांव केमार व पैपखरा सहित कुल आठ गांवों की जमीनें अधिगृहीत की गई हैं। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत स्वप्निल वानखेड़े, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक सुमेश बांझल, एसडीएम हुजूर शैलेन्द्र सिंह, खनिज अधिकारी रत्नेश दीक्षित, तहसीलदार आरपी त्रिपाठी सहित एनएचआई के अधिकारी व निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे