रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ संभागीय मुख्यालय में संचालित एकेवीएन के प्रभारी प्रबंधक ए पी सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ है सोशल मीडिया में दिखाए जा रहे हैं वीडियो में एक व्यक्ति द्वारा झोले में 500 तथा 2000 की गड्डी कुल कीमत ग्यारह लाख रुपए ए पी सिंह को देता हुआ दिखाई दे रहा हैं। जिसमें आरोप लगाया गया था कि हरियाणा की थर्मल एंड कंपनी द्वारा किए गए कार्य में कमीशन के तौर पर यह रुपए लिए जा रहे हैं उक्त वीडियो सोशल मीडिया में काफी तेजी से ट्रेड करने लगा और लोग अपनी राय रखने लगे। हालांकि इस संबंध में जब वीडियो तथा संबंधित विभाग के नब्ज को टटोलने की कोशिश की तो कहानी कुछ और ही उभर कर सामने आ गई। और कुछ ही घंटों की पड़ताल में पता चला की वीडियो तकरीबन 3 माह पुराना बताया गया है हालांकि वीडियो की सत्यता को न केवल विभाग के अधिकारी बल्कि संबंधित कंपनी तथा काम करने वाले ठेकेदार ने नकार दिया है।
(“भास्कर हिंदी न्यूज़” इस मामले में सोशल मीडिया में जारी हुए वीडियो को प्रमाणित नहीं करता है।)
क्या था मामला
मामले की सच्चाई उस समय सामने आई जब थर्मल एंड कंपनी हरियाणा में काम करने वाले ठेकेदार विनोद कुमार रोहतक ने बताया कि वह एमपीआरडीसी का काम कर रहा था साथी उसी दौरान उसे रेत की आवश्यकता पड़ी थी रेत न मिलने की स्थिति में उसने प्रभारी प्रबंधक ए पी सिंह के द्वारा श्रीकांत चतुर्वेदी निवासी शहडोल से रेत उधार ली थी समय पर भुगतान न होने के कारण श्रीकांत चतुर्वेदी ने उसे रेट देना बंद कर दिया था जबकि पूरे मामले की मध्यस्थता प्रभारी प्रबंधक ए पी सिंह द्वारा की गई थी लिहाजा रेत के भुगतान के एवज में उसके द्वारा यह भुगतान ए पी सिंह को किया गया था। किसी शरारती तत्व द्वारा ए पी सिंह की छवि को खराब करने के लिए उक्त वीडियो पोस्ट किया गया है।
आप ज्यादा जानते होगे…!
अभी आरोपों खंडन का दौर सोशल मीडिया में चल ही रहा था कि इसी बीच सोशल मीडिया में एक और पोस्ट ने धमाल मचा दिया जिसमें यह कहा गया है कि मध्य प्रदेश के डीजी लोकायुक्त ने मामले में संज्ञान ले लिया है इस संबंध में जब लोकायुक्त संगठन रीवा में संपर्क किया गया तो यहां पदस्थ लोकायुक्त एसपी राजेश वर्मा ने कहा कि हमारे पास तो जानकारी नहीं है लेकिन सोशल मीडिया में संज्ञान लेने की बात चल रही है जिसको मैं प्रमाणित नहीं कर सकता हूं।