पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के आदेश से मचा हड़कंप
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के थानों में तैनात पुलिस वाहनों के निजी चालकों से विभागीय गोपनीयता भंग होने का खतरा बढ़ गया है। ऐसे निजी चालक अपराधियों के साथ सांठ-गांठ कर अवैध लाभ लेने की कोशिश में रहते हैं। जिन्हें तुरंत हटाया जाए अन्यथा थाना प्रभारियों पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक सतना धर्मवीर सिंह यादव के इस आदेश के बाद सतना पुलिस में हड़कंप मच गया है। दरअसल जिले के थानों में पुलिस वाहन चलाने के लिए निजी वाहन चालकों को रखा गया है। लेकिन अब इनसे पुलिस विभाग को खतरा महसूस हो रहा है। जिसके बाद शनिवार को पुलिस अधीक्षक ने इन्हें हटाने का आदेश जारी किया है।
आपराधिक कार्यों में रहते हैं लिप्त
दरअसल एसपी को इस बात की सूचना मिली थी कि जिले में कई थानों में पुलिस वाहन चलाने के लिए संबंधित थाना प्रभारी की अनुमति से निजी वाहन चालक रखे गए हैं जो आपराधिक कार्यों में लिप्त रहते हैं। इनके संबंध अपराधियों से भी हैं जो किसी तरह अवैध लाभ लेने की कोशिश में रहते हैं। ऐसे चालक पुलिस की हर सूचना अपराधियों तक पहुंचा सकते हैं। इन्हें हटाकर पुलिस कर्मचारियों को ही वाहन चलाने का आदेश एसपी ने दिया है।
यह कहा एसपी ने आदेश में
पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि यह देखने में आ रहा है कि थाना प्रभारी अपने स्तर पर थाने में उपलब्ध शासकीय वाहन के संचालन के लिए पृथक से प्राइवेट वाहन चालक रखे हुए हैं। पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से जानकारी प्राप्त किये जाने पर थाना कोतवाली, कोटर, मैहर, रामपुर, नादन, अमदरा, रामनगर, नागौद, उचेहरा में प्राइवेट वाहन चालक रखे जाने की जानकारी दी गई है। शासकीय पुलिस वाहनों को प्राइवेट वाहन चालकों द्वारा संचालित कराया जाना घोर आपत्तिजनक है। प्राइवेट वाहन चालकों द्वारा पुलिस वाहन संचालन किये जाने से विभाग की गोपनीयता भंग होती है। साथ ही इन चालकों की पुलिस के प्रति निष्ठा कम रहती है एवं पुलिस के संपर्क में रहने के कारण इनके द्वारा अपराधियों से सांठ-गांठ कर अवैध लाभ लिए जाने की कोशिश की जाती है, जिस कारण पुलिस की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
शासकीय पुलिस वाहनों को पुलिस वाहन चालक या थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा ही चलवाया जाए। समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया जाता है कि तत्काल प्राइवेट वाहन चालकों को हटाकर पालन प्रतिवेदन भेजना सुनिश्चित करें। भविष्य में यदि किसी थाने के शासकीय वाहन का संचालन प्राइवेट वाहन चालक द्वारा करते पाया जाता है एवं उसके किसी भी अवैध गतिविधि में संलग्न पाये जाने की जानकारी प्राप्त होती है, तो इसके लिए संबंधित थाना प्रभारी पूर्णतः उत्तरदायी होंगे।