शिकार की संभावना नहीं, आठ से दस दिन पुराने हैं दोनों शव
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ बीती रात वन विभाग के अधिकारियों ने जिले के अमरपाटन रेंज अंतर्गत दो तेंदुआ शावकों के शव बीच जंगल से बरामद किए थे। शाम को उन्हें चरवाहों से सूचना मिली थी कि जंगल में दो तेंदुआ के शव पड़े हैं। जिसके बाद सतना के वन मंडल अधिकारी राजेश राय समेत मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी की डॉग स्क्वॉड की टीम भी घटना स्थल पहुंची और निरीक्षण किया। मौके पर डॉक्टरों की टीम भी पहुंची और दोनों तेंदुआ शावकों के शव की पड़ताल की।
गुरुवार को वन मंडलाधिकारी राजेश राय ने बताया कि जैसा कि तेंदुआ के शिकार की संभावना नहीं है क्योंकि दोनों शावकों के शव आठ से दस दिन पुराने हैं और उनके शरीर पर खाल भी पाई गई है। अगर शिकार किया गया होता तो शिकारी सबसे पहले खाल ले जाते हैं। दोनों शावकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है जिसके आधार पर उन्होंने कहा है कि दोनों तेंदुओं के शव पूरी तरह सड़ चुके थे। जिससे जांच में दिक्कतें आ रही थीं। हालांकि उन्होंने मौत की वजह अन्य तेंदुआ शावकों के साथ संघर्ष की वजह बताया है।
जंगल में आठ किलोमीटर दूर मिले थे शव
जिस जगह तेंदुआ के शव मिले हैं वह मुख्य मार्ग से आठ किलोमीटर जंगल के अंदर है जहां तक पहुंचने में टीम को एक घंटे लग गए थे। अधिकारियों को काफी दूर तक पैदल चलना पड़ा था। बीते कई दिनों से हो रही बारिश की वजह से भी दोनों तेंदुआ के शव पूरी तरह सड़ चुके थे। डॉग स्क्वाड की टीम से भी वन विभाग को ज्यादा मदद नहीं मिली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था लेकिन पोस्टमार्टम में मौत की स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही थी जिसके बाद वन विभाग ने अनुमान के अनुसार संघर्ष की लड़ाई मौत की वजह माना है।