सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हुए रोगियों के प्रबंधन के लिए प्रत्येक जिला चिकित्सालय में ‘‘पोस्ट कोविड वॉर्ड‘‘ की स्थापना की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि इस संबंध में सभी कलेक्टर्स, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक को निर्देश जारी किये गये हैं।
मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि जिला चिकित्सालय पर स्थापित एक आइसोलेशन वॉर्ड को 10 बिस्तरीय ‘‘पोस्ट कोविड वॉर्ड‘‘ स्थापित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि ‘‘पोस्ट कोविड वॉर्ड‘‘ में कोरोना से ठीक हो चुके व्यक्तियों, जिनको अत्यधिक थकान एवं सुस्ती, साँस लेने में कठिनाई, घबराहट के लक्षण, तनाव, अवसाद, जोडों में दर्द जैसे अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक लक्षण होते हैं। साथ ही रोध प्रतिरोधक क्षमता की कमी वाले कतिपय व्यक्तियों में ब्लैक फंगस जैसे घातक रोग के लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे व्यक्तियों का इलाज ‘‘पोस्ट कोविड वॉर्ड‘‘ में किया जायेगा। मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि ‘‘पोस्ट कोविड वॉर्ड‘‘ में भर्ती मरीज का टेम्प्रेचर, ब्लड प्रेशर, श्वसन की मात्रा, ऑक्सीजन की मात्रा की जाँच प्रति 8 घंटे के अंतराल पर सुनिश्चित की जायेगी।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रोटोकॉल अनुसार मास्क का उपयोग, हाथों की स्वच्छता, श्वसन शिष्टाचार, शारीरिक दूरी बनाने संबंधी व्यवहारों का पालन किया जाये। उन्होंने बताया कि आयुष चिकित्सा अधिकारी के परामर्श अनुसार मरीजों को रोग प्रतिरोधक आयुष औषधियों का सेवन कराया जाये, जिसमें आयुष काव्हा, शंशमणि वटि, गिलोय पाउडर, अश्वगंधा पाउडर, मुलैठी पाउडर, गर्म हल्दी दूध, लहसुन हल्दी नमक का सेवन कराया जाये। मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया ‘‘पोस्ट कोविड वॉर्ड‘‘ में भर्ती मरीज में ब्लैक फंगस के लक्षण होने पर तत्काल रोगी को नेत्र संभागीय मेडिकल कॉलेज के ई.एन.टी. वॉर्ड में भर्ती किया जाये, जिससे विशेषज्ञों द्वारा उचित उपचार किया जाये। मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि ऐसे मरीजों को परिवहन करने के लिए बी.एल.एस. एम्बुलेंस का उपयोग किया जा सके। एम्बुलेंस उपलब्ध न होने पर अन्य ऐसे वाहन का उपयोग किया जाये, जिसमें ऑक्सीजन सिलेण्डर एवं पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध हो। साथ ही रोगी के परिवहन के दौरान चिकित्सीय देखभाल के लिए पैरामेडिकल स्टॉफ अनिवार्य रूप से रहे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि ‘‘पोस्ट कोविड वॉर्ड‘‘ में मरीजों के लिए संतुलित भोजन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि ‘‘पोस्ट कोविड वॉर्ड‘‘ में मरीजों को व्यायाम कराने के भी निर्देश जारी किये गये हैं, जिससे श्वास नियंत्रण, खाँसी, थकान एवं मानसिक तनाव जैसी बीमारी से मुक्त होने में सहायता मिलेगी।