सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ नगर के कोलगवां थाना अंतर्गत कोविड संक्रमितों की कठिन परिस्थिति का फायदा उठाकर उन्हें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करा देने का झांसा देकर लाखों की ठगी में संलिप्त संगठित गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। जबकि दो अभी फरार बताए जा रहे हैं जिन्हें पकड़ने पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है। ये युवक सतना में बैठकर देशभर में मेडिकल ठगी का जाल बिछा रहे थे। जो टेलीग्राम चैनल के माध्यम से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराने का आश्वासन देकर ठगी करते थे। इतना ही नही कोरोना काल में आरोपियों के कई बैंक खातों में लाखों रुपए के ट्रांजक्शन के प्रमाण मिले है। बुधवार को गिरफ्तार किए गए युवकों को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
और भी पीड़ित आ सकते हैं सामने
जिस तरह से इन युवकों ने ठगी की थी बताया जा रहा है कि विवेचना में अन्य धोखाधड़ी से प्रभावित फरियादी भी सामने आ सकते हैं। पुलिस ने इस मामले में आरोपी शुभम पिता अमरनाथ चौरसिया 27 वर्ष निवासी सिद्धार्थनगर, शुभम पिता दीपक सोनी 24 वर्ष निवासी सिंधी कैंप,व अक्षय पिता प्रेम बलेचा 24 वर्ष निवासी जीवन ज्योति कालोनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि मिक्की सरदार पिता हरविंदर सिंह निवासी चाणक्य पूरी कालोनी व भरत बलेचा पिता प्रेम बलेचा निवासी जीवन ज्योति कालोनी सतना अभी भी फरार है जिनकी सरगर्मी से तलाश जारी है। पुलिस अब इस तरह के अन्य मामलों की भी जांच कर रही है जिसमें कोरोना का फायदा उठाकर ठगी करने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है।
क्या है मामला
मिली जानकारी के अनुसार सतना पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई थी कि पुणे निवासी एक व्यक्ति द्वारा अपने गुड़गांव निवासी साथी के परिजनों के लिए कोविड-19 संक्रमण इलाज के लिए आक्सीजन कंसंट्रेटर की आवश्यकता थी। उनके द्वारा टेलीग्राम चैनल में निर्मित एनसीआर कोविड-19 ग्रुप के माध्यम से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए जाने के लिए अनुरोध व्यक्त किया गया जिस पर उन्हें एक मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया गया उस मोबाइल नंबर द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 1.5 लाख रुपए में उपलब्ध कराने की डील तय हुई। तथा उनके द्वारा 1.5लाख की राशि ऑनलाइन बैंक ट्रांसफर के माध्यम से प्रदाय की गई किंतु ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नहीं भेजा गया। जानकारी प्राप्त होने पर एवं धोखाधड़ी का आभास होने पर उनके द्वारा बैंक से जानकारी ली गई उक्त राशि सतना के बैंक खाते में जमा कराई गई। सतना पुलिस को जानकारी होने पर प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना की गई। विवेचना में पाया गया कि उक्त धोखाधड़ी योजनाबद्ध तरीके से की जा रही है इसमें सम्मिलित तीन व्यक्तियों को धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीबद्ध कर गिरफ्तार किया गया एवं अन्य दो फरार है।