कंपनी ने लागू की कोविड-19 चिकित्सा अग्रिम तत्काल सहायता योजना
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड जबलपुर द्वारा नियमित बिजली लाइन कर्मियों, कर्मचारियों और अधिकारियों को स्वयं अथवा आश्रित परिजनों के कोविड-19 से ग्रसित होने पर तत्काल चिकित्सा एडवांस दिया जायेगा। कंपनी के एम.डी. श्री किरण गोपाल ने बताया कि यह देखा जा रहा है कि बिजली कर्मियों के कोविड पॉजिटिव होने की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है तथा आर्थिक कारणों से इलाज प्रारंभ कराने में कठिनाई भी हो रही है। इन परिस्थितियों में यह निर्णय लिया गया है कि ऐसे बिजली कार्मिको को अधिकतम 3 लाख रुपये तक की राशि चिकित्सा एडवांस के रूप तत्काल प्रदान की जाये। संविदा बिजली कर्मियों को भी दो माह की पारिश्रमिक राशि अधिकतम 70 हजार रुपये चिकित्सा एडवांस के रूप में दी जायेगी।
कंपनी द्वारा लागू की गई कोविड-19 चिकित्सा अग्रिम तत्काल सहायता योजना के प्रावधान के अनुसार कंपनी के किसी भी नियमित अधिकारी, कर्मचारी और लाइनकर्मी द्वारा स्वयं अथवा आश्रित परिजनों के कोविड-19 वायरस से संक्रमित होने पर चिकित्सा एडवांस के लिये आवेदन किया जा सकता है, जिसकी अधिकतम सीमा 3 लाख रुपये होगी। चिकित्सा अग्रिम के लिये संबंधित कार्मिक को आवेदन प्रस्तुत करते समय कोविड पॉजिटिव की रिपोर्ट, डॉक्टर की उपचार पर्ची एवं अस्पताल में भर्ती होने की सलाह संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। यदि संबंधित कर्मी कोविड वार्ड या अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती है तथा हस्ताक्षरयुक्त आवेदन प्रस्तुत करने की हालत में नहीं है, तो अस्पताल द्वारा जारी पर्ची को उसके नियंत्रणकर्ता अधिकारी द्वारा अग्रेषित किया जा सकेगा।
ऐसे आवेदनों पर तत्काल चिकित्सा एडवांस स्वीकृत करने के लिए क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओं को अधिकृत किया गया है, ताकि बिना किसी विलंब के चिकित्सा एडवांस की राशि संबंधित कार्मिक के वेतन खाते में स्थानांतरित कराई जा सके। कॉर्पोरेट मुख्यालय के अंतर्गत पदस्थ नियमित कार्मिकों के प्रकरण में चिकित्सा एडवांस स्वीकृत करने के लिए मुख्य महाप्रबंधक (मासंप्र) को अधिकृत किया गया है। यह योजना वर्तमान परिस्थितियों के कारण फिलहाल 3 माह तक के लिए लागू की गई है। संबंधित कार्मिक के स्वस्थ हो जाने के उपरांत चिकित्सा एडवांस की राशि का समायोजन कंपनी द्वारा निर्धारित प्रावधानों के अनुसार किया जायेगा।
सर्दी, जुखाम, खांसी के लक्षण होने पर तत्काल अस्पताल पहुंचे
ऐसे व्यक्ति जो ब्लड प्रेशर, डायबिटीज किड़नी, अस्थमा, केंसर आदि बीमारियों से पीड़ित है। वे अपने आप में कोरोना से बचाव के लिये पूरी तरह सावधानियां बरतें। ऐसे लोग हमेशा मास्क लगाये रखें। भीड़-भाड़ में न जायें, आपस में दो गज की दूरी बनाकर रखें। हाथों को सैनेटाइज करते रहना अथवा हाथों को साबुन से धोते रहना है। यही सावधानियां है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सलाह दी है कि किसी भी व्यक्ति को सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, भूख न लगना, दस्त लगना आदि के लक्षण होने पर वे घर पर ही पारंपरिक उपचार लेते रहते है। ठीक होने की उम्मीद में 5 से 7 दिन गुजार देते है, जिन्हे स्वास्थ्य लाभ होने के बजाय उनकी बीमारी और बढ़कर जटिल हो जाती है। ऐसे लोंगो को अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है।
ऐसी स्थिति में कोविड-19 की जांच पॉजीटिव आती है तो उपचार और जटिल हो जाता है। ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट या आईसीयू में भर्ती कर उपचार करना पड़ता है। ऐसी बीमारियों से प्रभावित व्यक्तियों को सलाह दी है कि उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, हाथ-पैरों में दर्द, शरीर में ऐठन, भूख न लगना खाने व सूघंने में स्वाद का पता न लगना आदि लक्षणों में आते ही वे तुरंत चिकित्सक से परामर्श ले। अथवा कोविड-19 की जांच करवाकर समय रहते पूर्व उपचार लेकर स्वास्थ्य हो। जिससे वे अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें।