सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना शहर व इससे जुड़े आस-पास के ग्रामीण इलाकों में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से बढ़ रही है, जिसके चलते सतना जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढती जा रही है। हालात यह हैं कि रोजाना मिलने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है जो कि बीते सप्ताह 200 के अंदर थी। यह संख्या तेजी से बढ़ती ही जा रही है। लगातार संक्रमित मरीज मिलने से हालात यह है की जिले के इकलौते जिला अस्पताल का कोविड केयर सेंटर कोरोना मरीजों से फुल हो चुका है। 31 बेड के आईसीयू में पैर रखने की जगह नही बची।
जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में कोविड मरीजों का हाल चाल जानने तथा चिकित्सकों के साथ व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक चर्चा करने कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शनिवार को मौजूद जिला अस्पताल पहुंचे और निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 9 मरीजों की हालत में सुधार हो चुका है। उन्हें डिस्चार्ज किये जाने का समय है लेकिन फिर भी वो भर्ती हैं। जिन्हें कलेक्टर व सीएमएचओ ने तुरंत छुट्टी देने निर्देश दिए। इसी तरह निरीक्षण में पाया गया कि आईसीयू में भर्ती एक दंपति तो ऐसा भी मिला जिनमें से एक की हालत ठीक हो गई जबकि दूसरे को अभी दो दिन और रखने की जरूरत है। ठीक होने वाला फिर भी अस्पताल से इसलिए जाने को तैयार नही है ताकि वह दूसरे पेशेंट की निगरानी कर सके। जबकि इस स्थिति के कारण बिस्तरों की की कमी का सामना करना पड़ रहा है। बाहर निजी अस्पतालों में लोगों को पैसे खर्च कर भर्ती करना पड़ रहा है। कलेक्टर ने सभी 9 मरीजों की जांच करवा कर उन लोगो को डिस्चार्ज करने के लिए कहा जिनकी हालत में सुधार है और उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी हैं।
आइसीयू में छोले भटूरे और शिकंजी देख भड़के कलेक्टर
तमाम एहतियातों और निर्देशों के बावजूद मरीजों के स्वजन खुद ही मरीजों की जान से खिलवाड़ करते हुए जिला अस्पताल में दिखाई दिए। कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान आईसीयू वार्ड में भर्ती एक मरीज का परिजन प्लास्टिक की थैली में छोला भटूरा और बोतल में शिकंजी, जल जीरा लेकर पहुंचा जिसे देख कलेक्टर भड़क गए। उन्होंने तुरंत उसे फटकार लगाई और बोले कि यहां जान बचाने के लिए ताकत झोंकी जा रही है और आप बाहर ठेले से छोला भटूरा ला कर मरीज को खिला रहे हैं। इससे संक्रमण का खतरा भी बढ़ता है। वैसे भी मरीज को स्वादिष्ट नही पौष्टिक भोजन की आवश्यकता होती है। जांच में पता चला कि उक्त परिजन गार्ड से लड़कर आइसीयू में पहुंचा था।
सतना की आक्सीजन पर रीवा का दबाव
जिले के सभी ऑक्सीजन बेड फुल हैं। आईसीयू पहले से हैं फुल, जिले में कोरोना संक्रमित मरीज इधर से उधर भटक रहे हैं। मरीजों को जल्द से जल्द ऑक्सीजन वाले बेड नहीं मिल रहे हैं जिसके कारण सिलेंडरों की व्यवस्था दुरुस्त रखने कलेक्टर ने सभी सीमेंट उद्योगों से 50-50 सिलेंडर की मांग की है जिसपर उद्योगों ने भी सहमति दे दी है। लेकिन बताया जा रहा है कि रीवा से भी सतना के उद्योगों से आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने दबाव बनाया जा रहा है जिसके बाद सतना के औद्योगिक इकाइयां असमंजस में हैं।