Sagar:digi desk/BHN/सागर/ बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई केंद्र में ऑक्सीजन सप्लाई की नोजल में खराबी आने से बुधवार को हड़कंप मच गया। नोजल फटने यहां के विभागों में सप्लाई बाधित हुई, जिससे गंभीर मरीजों की जान पर बन आई। ऑक्सीजन न मिलने से एसएनसीयू, पीआइसीयू, एनआइसीयू में सप्लाई प्रभावित हुई, जिससे यहां भर्ती करीब 10 बच्चों को आनन-फानन में पीआइसीयू और एनआइसीयू में भर्ती करीब 10 बच्चों को जिला अस्पताल के एसएनसीयू में शिफ्ट किया गया। मामले की जानकारी लगते ही मासूम बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों को शिफ्ट कराने में जुट गए।
जानकारी के अनुसार बीएमसी परिसर में बने ऑक्सीजन प्लांट में लगे सिलेंडर के सप्लाई केंद्र की नॉजल में से धुआं निकलने के कारण यहां सप्लाई ठप हो गई थी। ऑक्सीजन नली में न जाकर बाहर निकल रही थी, जिस कारण बीएमसी के दूसरे विभागों में ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित हुई। बीएमसी में ही कोरोना के मरीजों को भर्ती किया गया है, जिनके लिए ऑक्सीजन बहुत जरूरी है। बीएमसी प्रबंधन को जैसे ही पता चला कि अचानक ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित हो गई है तो यहां कई अधिकारी तुरंत पहुंच गए और बीएमसी के डीन ने इसकी जानकारी ली।
बच्चों को किया शिफ्ट
ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित होने के कारण यहां भर्ती बच्चाें को तुरंत बीएमसी से जिला अस्पताल में शिफ्ट करने की कार्यवाही की गई। यह देख बच्चों के अभिभावक भी अपने मासूमों को लेकर चिंतित हो गए। बीएमसी प्रबंधन में एम्बूलेंस लगाकर बीएमसी के पीआइसीयू में भर्ती करीब 10 बच्चों को एहतियात के तौर पर जिला अस्पताल में शिफ्ट किया है। सूत्रों का कहना है कि बीएमसी में बुधवार को कोरोना व शॉरी वार्ड में तीन लोगों की मौत भी हुई है, लेकिन फिलहाल बीएमसी इसकी जानकारी देने से बच रहा है। बीएमसी के ऑक्सीजन प्लांट में खराबी आने का यह कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि करीब तीन से चार माह पहले भी ऐसी ही घटना होने के बाद देर रात बीएमसी से बच्चों को जिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया था