Rashi Parivartan 2021:digi desk/BHN/ ज्योतिष शास्त्र में गुरु को सबसे शुभ ग्रह माना गया है। जिन मनुष्यों के कुंडली में गुरु शुभ स्थिति में होते हैं। उनके जीवन में हमेशा खुशियां रहती है। गुरु किसी भी राशि में 13 महीने तक गोचर करते हैं। बृहस्पति आज (मंगलवार यानि 6 अप्रैल) नीच राशि मकर से निकलकर शनिदेव की राशि कुंभ में प्रवेश कर रहे हैं। इसके बाद दोबारा गुरु 13 सितंबर को वक्री चाल चलते हुए मकर राशि में प्रवेश करेंगे। बता दें गुरु ग्रह को कुंभ राशि से निकलकर दोबारा इस राशि में आने में 11 वर्ष, 11 महीने और 27 दिन का समय लगता है। ऐसे में कुंभ 12 साल बाद आता है। बृहस्पति के कुंभ राशि में परिवर्तन से राशियों पर इसका असर होगा। लेकिन पांच राशिवालों के जातकों की किस्मत गुरू के राशि परिवर्तन से बदलने वाली हैं। आइए जानते हैं उन पांच राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव।
मेष
मेष राशिवालों के लिए गुरुदेव का कुंभ राशि में आना शुभ है। हर कार्य में सफलता मिलेगी। साथ ही आय के साधनों में वृद्धि होने की संभावना है। बृहस्पति इस राशि के जातकों को धन लाभ कराएंगे।
वृषभ
गुरु का राशि परिवर्तन वृषभ जातकों को अच्छे परिणाम दिलाएगा। इस समय अच्छे प्रस्ताव सामने आएंगे। नौकरीपेश जातकों को प्रमोशन मिल सकता है। व्यापार में मुनाफा बढ़ने की संभावना है।
कर्क राशि
कर्क राशिवालों को कहीं से आकस्मिक धन लाभ होने की संभावना है। व्यापारियों को लाभ होगा। घर-परिवार में खुशहाली और मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
तुला राशि
गुरु के कुंभ राशि में गोचर से तुला जातकों के सितारे बुलंद होंगे। लंबे समय से रुके काम पूरे होंगे। नौकरीपेशा को नौकरी में प्रमोशन मिलने की संभावना है। जिन जातकों का जमीन या प्रॉपर्टी से संबंधित कोई विवाद है, उसमें फैसला पक्ष में आ सकता है।
कुंभ राशि
गुरु ग्रह का राशि परिवर्तन कुंभ राशि में हो रहा है। इस राशि के जातकों का मानसिव तनाव दूर होगा। जो भी निर्णय लेंगे उसमें सफलता मिलना सुनिश्चित है। मान-सम्मान में वृद्धि होगी और आर्थिक धन लाभ होगा।