कानपुर
युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल सोमवार को इंडिया वर्सेस बांग्लादेश दूसरे टेस्ट में अलग ही रंग में नजर आए। उन्होंने कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ पहली पारी में आतिशी बल्लेबाजी की। यशस्वी ने 51 गेंदों का सामना करने के बाद 72 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 12 चौके और 2 छक्के जड़े। यशस्वी ने सिर्फ 31 गेंदों में फिफ्टी कंप्लीट कर ली थी। उन्होंने आतिशी फिफ्टी ठोककर पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
दरअसल, यशस्वी ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए संयुक्त रूप से तीसरा सबसे तेज अर्धशतक जमाया है। उनके अलावा ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने 31 गेंदों में पचासा पूरा किया था। शार्दुल ने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा किया था। वहीं, सहवाग ने 2008 में इंग्लैंड के विरुद्ध 32 गेंदों में फिफ्टी लगाने का कमाल किया किया था। भारत के लिए सबसे तेज अर्धशतक जड़ने का रिकॉर्ड ऋषभ पंत (22 गेंदों में बनाम श्रीलंका, 2022) के नाम दर्ज हैं।
टेस्ट में भारत के लिए सबसे तेज अर्धशतक
28 ऋषभ पंत बनाम श्रीलंका, बेंगलुरु 2022
30 कपिल देव बनाम पाकिस्तान, कराची 1982
31 शार्दुल ठाकुर बनाम इंग्लैंड, द ओवल 2021
31 यशस्वी जायसवाल बनाम बांग्लादेश, कानपुर 2024
32 वीरेंद्र सहवाग बनाम इंग्लैंड, चेन्नई 2008
भारत ने पहली पारी में तेजतर्रार शुरुआत की। यशस्वी ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ पहले विकेट के लिए 55 रन जोड़े। भारत ने तीन ओवर में 50 रन पूरे कर लिए, जो एक रिकॉर्ड है। रोहित चौथे ओवर में मेहदी हसन मिराज का शिकार बने। उन्होंने 11 गेंदों में एक चौके और तीन छक्कों की मदद से 23 रन बनाए। वहीं, भारत ने 10.1 ओवर में 100 रन कंप्लीट कर नया कीर्तिमान रचा। यशस्वी को हसन महमूद ने 15वें ओवर में बोल्ड किया।
बता दें कि कानपुर टेस्ट के चौथे दिन भारतीय गेंदबाजों ने कातिलाना प्रदर्शन किया। बांग्लादेश की पहली पारी 233 रन पर सिमट गई। जसप्रीत बुमराह ने तीन, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप ने दो-दो जबकि रविंद्र जडेजा ने एक विकेट चटकाया। लंच के बाद छह विकेट पर 205 रन से आगे खेलते हुए बांग्लादेश ने 28 रन के भीतर चार विकेट गंवाए। मोमिनुल हक 194 गेंदों में 107 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने 17 चौके और एक छक्का लगाया।