Family Court:digi desk/BHN/। ग्वालियर की कुटुंब न्यायालय में एक रोचक मामला आया है। सास की पिटाई के बाद जब पति उससे पूछता है तो पत्नी कहती है कि उसने मम्मी (सास) को नहीं पीटा है। उसके अंदर एक चुड़ैल आ जाती है, वह पिटाई करती है। वह पति के साथ रहना नहीं चाहती है, इसलिए भरण-पोषण दिया जाए। पति-पत्नी की काउसिलिंग भी की गई, लेकिन दोनों एक साथ रहने को तैयार नहीं हैं। लड़की की मां उसे अपने साथ ले जाना चाहती है।
नीलम (परिवर्तित नाम) का विवाह प्रेम सिंह (परिवर्तित नाम) से वर्ष 2017 में हुआ था। उनको एक साल का बच्चा भी है। जब प्रेम सिंह नौकरी करने घर से बाहर जाता था, तब नीलम सास की पिटाई कर देती थी। बहू की इस हरकत को सास अपने बेटे को बताती थी तो वह इन्कार कर देती थी। वह कहती थी कि उसने मम्मी के साथ पिटाई नहीं की है। यह पिटाई उसके अंदर आई चुड़ैल करती है। पिछले एक साल से पति-पत्नी के बीच काफी विवाद बढ़ गए। इस झगड़े में नीलम की मां ने दखल देना शुरू कर दिया और वह बेटी को रोजना देखने आने लगी। लाकडाउन में प्रेम भी घर से बाहर नहीं जा सका। झगड़े इतने बढ़ गए कि नीलम घर छोड़कर अपनी मां के पास चली गई। पति से भरण-पोषण की मांग की है। दोनों के बीच में नहीं बनती है। ज्ञात हो कि 9 महीने से कुटुंब न्यायालय में सुनवाई बंद थी। अब जाकर केसों में गवाही व काउंसिलिंग शुरू हुई है।
- – नीलम व प्रेम सिंह की काउसिलिंग की गई। दोनों के बीच सुलह की कोशिश की गई। पति का कहना था कि दिन में यह सही रहती है। शाम होते ही चुड़ैल व भूतनी का नाटक करने लगती है। जिससे कि इसको कोई काम नहीं करना पड़े। घर में मां के साथ भी मारपीट करती है।
- – नीलम की मां उसके साथ कोर्ट आ रही है। मां का कहना है कि लड़की पर गलत आरोप लगा रहे हैं। यदि दोनों में नहीं बन रही है तो बेटी को अपने साथ रख लूंगी, लेकिन उसके जीवनयापन के लिए भरण-पोषण दिलाया जाए। पत्नी ने भी साथ जाने से इन्कार कर दिया।
इनका कहना है
अधिकतर केसों में देखने को मिल रहा है कि ससुराल में लड़की की मां का हस्तक्षेप बढ़ा है। इससे परिवारों में विघटन आ रहा है। मोबाइल पर सुबह से शाम तक मां से बात करना भी एक कारण बन रहा है। एक दूसरे की कोई सुनने को भी तैयार नहीं है। – कमलेश शर्मा, मुख्य काउंसलर