Wather alert:digi desk/BHN/ हवाओं का रुख उत्तरी होते ही मध्यप्रदेश में न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में मंगलवार को दतिया, ग्वालियर और नौगांव में शीतलहर चली। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक ठंड के तेवर अभी और तीखे होने के असार हैं। इस दौरान ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं पाला पड़ने की भी आशंका है। मंगलवार को पूरा विंध्य शीतलहर व गलन की चपेट में रहा।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही सोमवार के अधिकतम तापमान (23.6 डिग्री से.) के मुकाबले 0.7 डिग्री से. कम रहा। इसी तरह न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है, लेकिन सोमवार के न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 4.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले एक माह से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही है। इस वजह से उत्तर भारत भीषण ठंड की चपेट में है। वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। इस वजह से वातावरण में नमी काफी कम है। हवाओं का रुख भी उत्तरी बना हुआ है। हवा की रफ्तार भी लगभग 12 किलोमीटर प्रति घंटा बनी हुई है। इस वजह से जहां रात में ठंड बढ़ गई है। दिन में भी सिहरन महसूस होने लगी है। शुक्ला के मुताबिक अभी दो दिन में न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट होने के आसार हैं। बुधवार को भोपाल, इंदौर, शाजापुर, ग्वालियर, दतिया में सुबह के समय कोहरा रहने की संभावना है। साथ ही ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, टीकमगढ़, छतरपुर में शीतलहर चलने के आसार हैं। इस इन जिलों में कहीं-कहीं पाला भी पड़ सकता है।