स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी, खतरनाक हो सकती है शीतलहर, बचाव की कर लें पूरी तैयारी
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज/ बीते दिन से घने कोहरे और उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने समूचे विंध्य में शीतलहर का आगाज कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार आगे आने वाले कई दिन शीतलहर की चपेट में रह सकते हैं। शनिवार को विंध्य के कई अंचलों मे भगवान सूर्यदेव के दर्शन ही नहीं हुए। शीतलहर के बीच लोग घरों में दुबके नजर आये। विंध्य में कोहरे को कोहराम पिछले तीन दिन से जारी है।
शीत ऋतु में शीत-घात (शीत लहर) की वजह से अनेक स्वास्थ्य संबंधी समस्यायें उत्पन्न हो सकती है। इन समस्याओं को समय से पूर्व बचाव हेतु उचित कार्यवाही कर ली जाये तो इस प्राकृतिक विपदा का सामना समय पर किया जा सकता है।
जन सामान्य के लिए सलाह
स्थानीय मौसम पूवार्नुमान के लिए रेडियो, टीवी एवं समाचार पत्र जैसे सभी मीडिया द्वारा दी जा रही जानकारी का अनुसरण करें। पर्याप्त मात्रा में गर्म कपडे रखें। आपातकालीन समय के लिए आवश्यक खाद्य पदार्थ, पानी, ईंधन, बैटरी चार्जर, इमरजेंसी लाइट एवं आवश्यक दवाईयां तैयार रखें। शीत लहर के समय विभिन्न प्रकार की बीमारियों की संभावना अधिक बढ़ जाती है। जैसे- फ्लू चलना, सर्दी, खांसी एवं जुकाम आदि के लक्षणों हो जाने पर स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकतार्ओं या चिकित्सक से संपर्क करें। नियमित रूप से गर्म पेय पीते रहें। अल्प तापवस्था के लक्षण जैसे- सामान्य से कम शरीर का तापमान, न रूकने वाली कपकंपी, याददाश्त चले जाना, बेहोशी या मूर्छा की अवस्था का होना, जबान का लडखड़ाना आदि प्रकट होने पर उचित इलाज किया जाये।
शीत लहर के समय क्या करें
पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े जैसे- दस्ताने, टोपी, मफलर एवं जूते आदि पहनें। शीतलहर के समय चुस्त कपडे ना पहने यह रक्त संचार को कम करते हैं इसीलिए हल्के ढीले-ढाले एवं सूती कपडे बाहर की तरफ एवं ऊनी कपडे अंदर की तरफ पहनें। शीत लहर के समय जितना संभव हो सके घर के अंदर ही रहें और कोशिश करे कि अति आवश्यक हो तो बाहर यात्रा करें। कोविड-19 एवं अन्य श्वसन संकमण से बचने के लिए बाहर जाने पर अनिवार्य रूप से मास्क अवश्य पहनें। पर्याप्त मात्रा में पोषक से युक्त भोजन ग्रहण करें एवं शरीर की प्रतिरक्षा बनाए रखने के लिए विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं एवं नियमित रूप से गर्म तरल पदार्थ अवश्य पीयें। अत्याधिक ठंड के समय दीर्घकालीन बीमारियों जैसे- डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, श्वास संबंधी बीमारियों वाले मरीज, वृद्ध पुरूष,महिलायें जिनकी आयु 64 वर्ष से अधिक, 6 वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती महिलाएं आदि को ऐसी स्थिति में देखभाल करें। अधिक ठंड पड़ने पर पर्याप्त वेंटिलेशन होने पर ही रूम हीटर का उपयोग करें एवं बंद कमरे को गर्म करने के लिए कोयले का उपयोग न करें क्योंकि यह कोयला जलने पर कार्बन मोनोआॅक्साइड उत्पन्न होती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, जिससे किसी की मृत्यु हो सकती है। शीत लहर के संपर्क में आने से फोसिबाइट एवं हापपोथर्मिया बीमारी हो सकती है। शीत लहर के संपर्क में आने से फोसिबाइट होने पर शरीर के अगों जैसे- हाथ, पैर की उंगलियां सुन्न हो जाना, नाक एवं कान की त्वचा का रंग सफेद एवं पीला हो जाना आदि लक्ष्ण पाये जाने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें। शीत लहर के सम्पर्क में आने से हाइपोथर्मिया होने पर शरीर के तापमान में कमी आ सकती है, जिसके कारण बोलने में कठिनाई, नींद न आना, मांसपेशियों का सुचारू रूप से कार्य न करना, सांस लेने में कठिनाई आदि लक्षण पाये जाने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।
जिले में कोरोना के 9 नये मरीज मिले, ठंड बढ़ा सकती है संक्रमण
स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को जानकारी में बताया कि जिले में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के 9 नये मरीज सामने आये हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को चेतावनी भी दी है कि बढ़ती ठंड कोरोना संक्रमण को फैला सकती है इसलिए लोग इससे बचाव के पूरे तरीके अपनायें। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बीमारी की रोकथाम एवं बचाव के लिये जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। साथ ही राज्य स्तर द्वारा जारी किये गये सभी दिशा-निदेर्शों का पालन किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को जिले में कोरोना वायरस के 9 नए मरीज मिले हैं तथा 8 मरीज स्वस्थ्य हुए। अब तक कुल 3364 पॉजीटिव मरीज पाये गये हैं।