रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ सेवा सहकारी समिति घुरेहटा के ऑडिट के लिए रिश्वत की मांग कर रहे सहकारी निरीक्षक सहित एक अन्य को लोकायुक्त टीम ने 10000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। यह कार्रवाई दोपहर उपायुक्त सहकारिता कार्यालय में गई है। कार्रवाई पूरी हो जाने के बाद दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।
शिकायतकर्ता अशोक कुमार तिवारी ने शिकायत की थी कि सहकारी समिति घुरेहटा की वर्ष 2020-21 की आडिट काम के लिए आरोपी धीरेन्द्र सिंह सहकारी निरीक्षक कार्यालय सहायक आयुक्त सहकारिता विभाग रीवा द्वारा 20000 रूपये रिश्वत की मांग की गई थी। प्राप्त शिकायत का सत्यापन लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रीवा गोपाल सिंह धाकड़ द्वारा कराया गया, जिसमें रिश्वत की मांग किया जाना प्रमाणित पाया जाने पर 04 मई को लोकायुक्त संभाग रीवा की टीम ने सहकारी उपभोक्ता भण्डार मर्यादित रीवा में की है। जिसमें आरोपी उदयशंकर तिवारी ने रिश्वत के रूपये 10000 रुपए लेेेकर आरोपित धीेेरेेेेन्द्र सिंह से दूरभाष पर बात कर उनके कार्यालय सहायक आयुक्त कार्यालय रीवा में जाकर रिश्वती रूपये दिए जिन्हें 10000 रूपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया, जिन्हें कार्रवाई पूरी हो जाने पर जमानत पर रिहा कर दिया गया है।
इन्होंने की कार्रवाई
कार्रवाई में लोकायुक्त के उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार, उप पुलिस अधीक्षक राजेश पाठक, निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार उप निरीक्षक रितुका शुक्ला, उप निरीक्षक आकांक्षा पाण्डेय एवं 15 सदस्यीय टीम शामिल रही।