सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने बिजली कंपनी के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ रखा है। अघोषित विद्युत कटौती, ट्रांसफॉर्मर, मनमानी बिजली बिलिंग, मेंटनेंस में निजीकरण जैसे मुद्दों को लेकर शनिवार को सत्ता पक्ष के मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में विंध्य पुनर्निर्माण के मंच तले प्रेमनगर स्थित बिजली कार्यालय के समक्ष सत्याग्रह आंदोलन किया गया। इस दौरान समर्थकों की भीड़ भी आई।
मीडया प्रभारी छत्रपाल सिंह छत्तू ने बताया कि सत्याग्रह पर विधायक ने कहा कि बिजली जैसी बुनियादि सुविधा को लेकर जहां जैसा होगा वहां जनहित में लड़ाई लड़ेंगे क्योंकि जनता से बड़ा कोई नहीं है। उन्होनें कहा कि राष्ट्र और प्रदेश स्तर पर समस्याएं आती जाती रहती हैं मगर जनहित से वह समस्याएं बड़ी नहीं होती। नारायण त्रिपाठी ने कहा कि जनता से ही पार्टी है और पार्टी से ही नेता है। इसके लिए हमें जनहित में काम करना पड़ेगा तब ही आम जनता हमारे साथ रहेगी।
संगठन के जिला संयोजक विवेक अग्रवाल ने बिजली कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि विंध्य क्षेत्र के व्यापारी बेहद परेशान हैं, घरेलू कनेक्शन की आड़ में व्यवसायिक बिलिंग की जा रही है मगर मौजूदा स्थिति को देखने वाला कोई नहीं है। विधायक नारायण त्रिपाठी द्वारा इसके पूर्व जबलपुर में शक्ति भवन पहुंचकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया था। इसके साथ ही भोपाल जाकर ऊर्जा मंत्री व मुख्यमंत्री से भी चर्चा की गई थी और आंदोलन की चेतावनी दी थी।
बिजली कंपनी पर लगाए आरोप
भूमि विकास बैंक के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह छोटे दादा ने कहा कि अभी पूर्व में किसान यूरिया, डीएपी की मार झेल रहा था और अब बिजली की। आखिर किसान कैसे अपनी जीविका के संसाधन जुटा पाएगा। उसे फसल सिंचाई के लिए बिजली नहीं मिल पा रही है, ऐसी स्थिति पर उसकी फसल का नुकसान होता है वह लगातार गर्त पर जा रहा है। वहीं संभागीय मिडीया प्रभारी निरंजन शर्मा ने कहा कि बिजली समस्या के कारण समूचा जिला हलाकान है। ट्रांसफार्मर खराब होने के कई दिनों तक बदले नहीं जाते। पूरा क्षेत्र कार्यालय अधिकारीयों के चक्कर काटता रहता है लेकिन बिजली बिल जमा करने के बाद भी बिजली आपूर्ति सतत नहीं हो पाती इससे समूचे क्षेत्र में आक्रोष लगातार बढ रहा है।
पूरे सतना की बिजली व्यवस्था चरमराई
राजेश दुबे ने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की नाकामियों के बदौलत पूरे सतना जिले की विद्युत व्यवस्था चरमराई हुई है। चारो तरफ विद्युत की अव्यवस्था को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। आम जनता कि पीड़ा सुनने और उसका निवारण करने की फुरसत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के पास नहीं है। जिला सह संयोजक एचएन सिंह ने कहा कि अगर बिजली की कमी है और कटौती की लिखित घोषणा नहीं की जाती, तो अघोषित बिजली कटौती तत्काल प्रभाव से बंद कराई जाए। जिला सह संयोजक ददोली पांडेय ने कहा कि विद्युत विभाग के जिम्मेवार पूछे जाने पर ऐसा जबाब देते हैं जैसे इनकी कार्य के प्रति कोई जबाबदेही नहीं है। सत्याग्रह में आशुतोष सिंह पप्पू ने कहा कि बिजली की आंख मचौली से पूरा जिला परेशान है। रात-रातभर बिजली गोल रहती है। बिजली विभाग के कर्मचारी अधिकारी फोन नहीं उठाते मेंटनेंस के नाम पर आए दिन बिजली बंद रहती है लेकिन मामूली हवा चलने पर बिजली तुरंत गोल हो जाती है।