सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ खजुरी ताल आश्रम में सतगुरु पुण्यतिथि महोत्सव के द्वितीय दिवस में सद्गुरु महिमा का बखान करते हुए जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामललाचार्य जी महाराज ने कहा कि इस संसार में गुरु भगवान से भी ऊंचा होता है। गुरु दुनिया में सब कुछ हो सकता है अगर संसार में भगवान रूठ जाए तो गुरु की कृपा से भगवान को प्रसन्न किया जा सकता है लेकिन अगर गुरु रूठ जाए तो भगवान भी गुरु को नहीं मना सकते इसलिए गुरु के चरणो में अपने आप को समर्पित कर देना चाहिए। गुरु से सब कुछ प्राप्त हो जाता है गुरु की महिमा पारस मणि से भी ऊंची है गुरु ही एक ऐसा महत्त्व है जिसके चरणों में समर्पित होने से दुनिया की वस्तु प्राप्त हो जाती है, और जिसकी तुलना में कोई रिश्ता नहीं होता दुनिया के हर रिश्ते में सर्वश्रेष्ठ गुरु और शिष्य का रिश्ता होता है जो कि सब कुछ दे देता है। गुरु ही एक ऐसा है जो हमेशा शिष्य को बढ़ाने की कामना करता है शिष्य अगर बढ़ जाए तो गुरु के हृदय में अपार खुशी होती है बाकी दुनिया के रिश्ते सारे स्वार्थ के होते हैं। गुरु का रिश्ता बिना स्वार्थ का होता है गुरु की कृपा से दुनिया में सब कुछ प्राप्त हो सकता है। आज प्रातः कालीन आयोजित सद्गुरु पादुका पूजन में मुख्य यजमान की भूमिका रामानुज मिश्रा एवं समस्त मिश्रा परिवार पोड़ी खुर्द, सीमा समर सिंह अमरपाटन, अरुण तिवारी सतना. संजीव पांडे चुरहट एवं अन्य भक्तगण बने।
इस अवसर पर सैकड़ों भक्तों ने पादुका पूजन में शामिल होकर अपने आप को धन्य किया। मध्यकालीन सत्संग की पावन बेला में अधिकारी प्रमोद बिहारी दास जी महाराज ने गुरु के चरणों में अपने शब्दों को समर्पित करते हुए आश्रम की व्यवस्था देख रहे उमरिया महंत गुरु प्रसन्न दास जी महाराज एवं नारायण दास जी महाराज ने सभी से कार्यक्रम में उपस्थित होने का आग्रह आग्रह किया है।