नई दिल्ली
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों से लोकसभा चुनाव ‘बेदाग’ तरीके से करवाने को कहा। इसी साल मार्च-अप्रैल में चुनाव होने हैं। सीईओ के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमार ने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए हमारे पास ठोस तैयारियां मौजूद हैं। चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जोर देते हुए कहा कि चुनाव कर्तव्य और संकल्प की यात्रा है। उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के अनुरूप सभी हितधारकों को सर्वश्रेष्ठ संभव चुनावी अनुभव देने के लिए जरूरी कदमों को उठाने पर विश्वास जताया।
विधानसभा चुनावों से मिले अनुभवों पर हुई चर्चा
यह दो दिवसीय सम्मेलन चुनावी योजना, खर्चे की निगरानी, वोटर लिस्ट, आईटी एप्लीकेशन, डेटा प्रबंधन और ईवीएम पर विषयगत चर्चा को लेकर है। इसके साथ ही सम्मेलन हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों से अनुभव और उससे मिली सीख साझा करने के लिए आयोजित किया जा रहा है।
मतदाताओं को सर्वोत्तम अनुभव सुनिश्चित करने पर जोर देगा आयोग
राजीव कुमार ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में आयोग मतदाताओं को सर्वोत्तम अनुभव सुनिश्चित करने पर जोर देगा। वहीं, चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे ने कहा कि यह सम्मेलन 2024 के चुनावों की तैयारियों के तहत पिछले छह महीनों में आयोजित विभिन्न सम्मेलनों, कार्यशालाओं, प्रशिक्षणों, सेमिनारों के साथ शुरू हुई कवायद का समापन है।
लोकसभा चुनाव को संपन्न करवाने से पहले टीम निर्माण के लिए बैठक
चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने कहा कि यह सम्मेलन लोकसभा चुनाव को संपन्न करवाने से पहले टीम निर्माण के लिए एक मंच प्रदान करता है। गोयल ने सभी प्रतिभागियों से अपने विचारों और चुनौतियों को स्वतंत्र रूप से शेयर करने और चर्चा करने का भी आग्रह किया।
सीईओ ने अपने अनुभवों को साझा किया
इसके अलावा जिन राज्यों में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए हैं वहां के सीईओ ने अपने अनुभवों, सीखों और चुनाव के दौरान अपनाई गई नई प्रथाओं को लेकर पीपीटी प्रस्तुती दीं। इससे पहले लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी में चुनाव आयोग के अधिकारियों और राज्य के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ एक सम्मेलन आयोजित करवाया गया था।