currption:digi desk/BHN/ छतरपुर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के नवाचार से ग्राम महेबा में एक महिला से पीएम आवास के लिए ली गई 6 हजार और ग्राम बरहा में किसान से सीमांकन के एवज में ली गई 4 हजार रुपये की रिश्वत वापस कराई गई। दोनों प्रकरणों में आरोपित पीसीओ व पटवारी को सुधरने का मौका देकर कलेक्टर ने हितग्राहियों से उनकी सुलह करा के क्षमादान दे दिया है। जिले में पहला मामला है, जिसमें अधिकारी के सामने रिश्वत लेने वालों की सच्चाई उजागर हो जाने के बावजूद अभयदान दिया गया है।
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने गुरूवार की रात जिले के सुदूर अंचल के गौरिहार तहसील के ग्राम पंचायत बरहा और चुरयारी पहुंचे। वहां चौपाल में ग्रामवासियों की समस्याएं सुनी और शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। कलेक्टर ने बरहा में एक प्रकरण में हितग्राही रामकुमार के खेत नापने के एवज में पटवारी सरदार सिंह द्वारा रिश्वत में लिए गए 4 हजार रुपए वापस करवाए। चौपाल मेें कलेक्टर के सामने ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारी गांवों में कम आते हैं। ग्राम महेबा में चौपाल में महिला हितग्राही सगुन ने बताया कि पीसीओ बृजेंद्र खरे ने आवास योजना में पूर्व से निर्मित मकान अंतरण के एवज में 6 हजार रूपए लिए थे, जबकि महिला के नाम पर पूर्व से इंदिरा आवास स्वीकृत था। इस पर कलेक्टर ने तत्काल जपं सीईओ मजहर अली की क्लास लेकर महिला को 6 हजार रुपये की राशि वापस दिलवाई। पीसीओ को आगे से ऐसा न करने की हिदायत भी दी। जब महिला को अपने 6 हजार रूपये वापस मिल गए तो उसने खुशी खुशी एपीओ पर कार्रवाई न करने का प्रस्ताव कलेक्टर के सामने रखा था।
सूचना के उपरांत भी अनुपस्थित पाए जाने पर निलंबित
कलेक्टर ने ग्रामीणों से शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। उन्होंने ग्रामसेवक आशाराम रैकवार को सूचना के उपरांत भी अनुपस्थित पाए जाने पर निलंबित करके लापरवाहों को कड़ा संदेश दिया है। कलेक्टर ने एक प्रकरण में हितग्राही रामकुमार के खेत नापने के एवज में पटवारी द्वारा रिश्वत में लिए गए 4 हजार रुपये भी वापस करवाए। उन्होंने मैदानी कर्मचारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि अनिवार्य रूप से मुख्यालय पर रहकर कार्य करें। कार्य में लापरवाही बरतने पर संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही होगी। उन्होंने कैंसर पीड़ित महेंद्र सिंह के कई बार केसीसी कार्ड नहीं बन पाने पर सहकारी समिति के प्रबंधक से चौपाल के दौरान ही किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर दिलवाया। चौपाल में ग्रामीण मुख्यतः खसरा-खतौनी, नामांकन, बंटवारा, बिजली बिल, आयुष्मान कार्ड, पानी और सिंचाई जैसी समस्याओं के निराकरण की मांग लेकर सामने आए।